टोहाना, 8 जून (निस)
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पंचायत मंत्री महिपाल ढांडा ने पंचायतों के साथ विश्वासघात किया है, यह आरोप हरियाणा सरपंच एसोसिएशन के अध्यक्ष रणबीर सिंह गिल ने लगाते हुए कहा कि चुनाव से पहले बार-बार बयान देते रहे कि 4 जून के बाद पंचायतों को पूर्ण अधिकार दिए जाएंगे, लेकिन चुनाव के बाद गुमराह किया गया। मुख्यमंत्री ने झूठी वाहवाही लूटने के लिए पंचायतों को सिर्फ बरगलाने की साजिश की है, जो बिल्कुल गलत है। ग्रामीण क्षेत्र की जनता के हक जो संविधान के अंदर दिए गए हैं, पंचायतों को अधिकार दिए गए थे ताकि ग्रामीण क्षेत्र में पंचायतों के द्वारा विकास कार्य हों और देश आगे बढ़ सके। कोई भी देश तरक्की तभी करता है जब उसकी नींव मजबूत होती है, लेकिन भाजपा के नेता उस नींव को ही कमजोर करने का कार्य कर रहे हैं और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के हकों का हनन किया जा रहा है।
पंचायतों के विरोध के कारण 95 प्रतिशत गांवों में लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा और 5 लोकसभा सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ा। संविधान में जो पंचायतों को अधिकार दिए गए हैं, वे पूर्ण अधिकार दिए जाएं ताकि पंचायत के लोग अपने अपने गांव में विकास कार्य करवा सकें।