प्रविन्द्र सांगवान/निस
बाढड़ा, 21 फरवरी
पीएम फसल बीमा योजना के लिए बैंकों के माध्यम से खरीफ 2020 की नरमा, बाजरा बीमाकृत फसलों के बीस हजार रकबे के किसानों को बजाज एलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी ने पैंतीस हजार पचहत्तर लाख रुपये की राशि जारी की है, जो जिले के अलग-अलग बैंकों के माध्यम से किसानों के खातों में भेजी गई है।
दादरी जिले के किसानों ने खरीफ सीजन 2020 में नरमा व बाजरा उत्पादनकर्ता रकबे का बजाज एलायंस कंपनी से पीएम फसल बीमा योजना के तहत बीमा करवाया लेकिन बाद में अचानक ही सफेद मक्खी की मार होने से किसानों की पकी हुई फसलें तबाह हो गई। जहां राजस्व विभाग ने कपास के समस्त रकबे को ही खराब सूची में शामिल कर रिपोर्ट जिला मुख्यालय के माध्यम से राज्य मुख्यालय को भेज दी, वहीं निजी बीमा कंपनी ने भी अलग- अलग गांवों में दो बार सर्वेक्षण टीमों को भेजकर रिपोर्ट तैयार कर क्षेत्रीय केन्द्र पर सारी रिपोर्ट भेजी, जिसके बाद अब उन बीस हजार चयनित किसानों के खातों में प्रथम चरण के तहत 35 करोड़ 75 लाख मुआवजा राशि वितरण शुरु कर दी है।
किसानों को लूटने में लगी बीमा कंपनी
किसान सभा अध्यक्ष रघबीर श्योराण, सचिव रामपाल धारणी, किसान नेता नरेश कादयान इत्यादि ने बताया कि खरीफ सीजन में बीमा कंपनियों ने उनके खाते से प्रति एकड़ 1850 रुपये प्रीमियम के तौर पर वसूल किए थे तथा उनकी कपास भी सौ फिसदी बर्बाद हो गई लेकिन कंपनी व सरकारी तंत्र ने मिलीभगत कर उनके नुकसान को दस से बीस फीसदी आकलन रिपोर्ट में शामिल कर अब उनको दो हजार, चार हजार व कहीं तो प्रति एकड़ मात्र 1100 रुपये की मुआवजा राशि भेजी है, जो उनके नुकसान के मुकाबले ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।
बाढड़ा उपमंडल समेत समस्त दक्षिणी हरियाणा की कपास की फसलें बुरी तरह तबाह हो गई थीं। अब तक स्पेशल गिरदावरी की रिपोर्ट का मुआवजा तो नहीं आया है लेकिन बीमा कंपनियों का मुआवजा वितरण शुरू हुआ है, जिसमें किसानों को बहुत ही कम मुआवजा देने की शिकायतें मिल रही हैं। वह बीमा कंपनी व राजस्व विभाग के अधिकारियों से पूरी जानकारी तलब कर किसानों के साथ किसी तरह का अन्याय नहीं होने देंगे।
-धर्मबीर सिंह, सांसद