हिसार, 7 फरवरी (हप्र)
किसान सभा के बैनर तले करीब 9 महीने से जारी किसान आंदोलन के बीच सरकार ने खरीफ 2021 की खराब फसलों के 561 करोड़ रुपये का मुआवजा घोषित किया है, जिसमें से हिसार के किसानों को लगभग 173 करोड़ मिलेंगे। इस घोषणा के बाद किसानों ने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया और अन्य मांगों को लेकर आयुक्त कार्यालय पर 18 फरवरी को प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। सरकार की घोषणा के बाद अखिल भारतीय किसान सभा के कार्यकर्ता उपायुक्त कार्यालय पर एकत्रित हुए। एसडीएम अशवीर नैन ने धरनास्थल पर पहुंचकर किसानों को मुआवजा मिलने की सूचना दी और धरना समाप्त करने की अपील की। इसके बाद किसान सभा के जिला सचिव सतबीर धायल ने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद जीत हासिल हुई है। इस जीत में जिलेभर के किसान साथियों व अखिल भारतीय किसान सभा के कार्यकर्ताओं का पूर्ण सहयोग रहा है। जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार ने कहा कि खरीफ 2020 के मुआवजे पर लगातार तीसरी बार भी एफसीआर ने ऑब्जेक्शन लगाया हुआ है, जो कि गलत है। इसके अलावा सेम, जलभराव के कारण बर्बाद हुई फसलों और जलभराव के कारण बिजाई न होने के कारण खाली पड़ी जमीनों की विशेष गिरदावरी होना अभी बाकी है। हरियाणा सरकार ने सेमग्रस्त इलाके की स्थाई समाधान के लिये 15 फरवरी तक पंजीकरण करवाने के लिये कहा है। इसके समय को बढ़ाया जाए इसलिये आज 2021 के मुआवजे की घोषणा के बाद धरना तो स्थगित किया जा रहा है।