कुरुक्षेत्र, 25 जुलाई (हप्र)
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से फसल का पूरी तरह नुकसान होने पर प्रति एकड़ 15 हजार रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। इसके साथ ही धान की दोबारा रोपाई करने वाले किसानों की फसल का अधिकारियों की टीमों द्वारा सर्वे और वेरिफिकेशन का कार्य तुरंत प्रभाव से शुरू कर दिया जाएगा और 31 जुलाई के आसपास इसकी रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी। इसके बाद धान की दोबारा रोपाई करने वाले किसानों को भी रिपोर्ट के आधार पर मुआवजा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल मंगलवार को गांव भिवानी खेड़ा में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के उपरांत सेक्टर-7 कृषि विभाग के सभागार में अधिकारियों की एक बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गांव भिवानी खेड़ा में 10 एकड़ भूमि पर जल्द ही वीएलडी कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए ग्राम पंचायत की तरफ से पहले ही 10 एकड़ भूमि लाला लाजपतराय वेटरनरी विश्वविद्यालय हिसार के नाम कर दी है।
उन्होंने कहा कि बाढ़ के पानी से 12 जिले प्रभावित हुए हैं। इनमें 6 जिले यमुना के साथ लगते हैं और 6 जिले घग्गर के साथ लगते हैं। इन सभी जिलों से लगातार रिपोर्ट ली गई। अभी भी बरसात आने की संभावना नजर आ रही है, 15 अगस्त तक बरसात के आने की संभावना है, लेकिन इस बरसात का थोड़ा बहुत ही प्रभाव रह सकता है और प्रदेशवासियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। इन 12 जिलों में सरकार और प्रशासन ने लोगों को हरसंभव राहत पहुंचाने का काम किया है। इस कार्य में समाजसेवी और धार्मिक संस्थाओं ने भी काफी सहयोग किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बाढ़ के पानी से प्रभावित क्षेत्रों में पूरी तरह खराब हो चुकी फसल का पंजीकरण करवाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में भवानी खेड़ा गांव में जायजा लेने के उपरांत यह विषय भी सामने आया कि कुछ किसान अब दोबारा धान की रोपाई कर रहे हैं। इस विषय को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि दोबारा रोपाई करने वाले किसानों की फसलों का तुरंत सर्वे किया जाए और वेरिफिकेशन की जाए। इसके साथ ही मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर प्रावधान किया जाएगा। इस पोर्टल पर दोबारा फसल की रोपाई करने वाले भी अपना पंजीकरण करवा सकेंगे। इसके बाद सही आंकड़े मिलने के बाद फसलों के नुकसान का पूरा डाटा सामने आएगा, क्योंकि दोबारा रोपाई करने वाले किसान का बीज, खाद और रोपाई पर खर्चा जरूर आया होगा। इसलिए इन किसानों को भी मुआवजे के रुप में कुछ ना कुछ राशि जरूर दी जाएगी। इस कार्य को 31 जुलाई के आसपास पूरा कर लिया जाएगा। इस मौके पर विधायक सुभाष सुधा, शाहाबाद विधायक रामकरण काला, सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह, जिलाध्यक्ष रवि बतान, भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं पूर्व विधायक डा. पवन सैनी, उपायुक्त शांतनु शर्मा, पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र भौरिया, पशुधन डेयरी विकास बोर्ड के चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर सहित अन्य गणमान्य लोग और अधिकारी मौजूद थे।
कुरुक्षेत्र जिले में 15 हजार एकड़ में नुकसान
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुरुक्षेत्र में लगभग 15 हजार एकड़ में फसल का नुकसान हुआ है। बाढ़ के पानी से शहरों और गांवों में मकानों में भी नुकसान हुआ है। सरकार की तरफ से मकान का पूरा नुकसान होने पर 1 लाख 20 हजार रुपए की राशि दी जाएगी। इसके अलावा भी गरीब व्यक्ति को दयालु स्कीम के तहत आर्थिक सहायता देने का प्रावधान है। इसके अलावा शैलर, फैक्टरी और अन्य व्यवसायिक संस्थानों में बाढ़ के पानी से हुए नुकसान का आकलन किया जाएगा। उन्होंने आदेश दिए कि सभी विभाग आपातकालीन स्थिति समझकर सर्वे का कार्य जल्द से जल्द पूरा करें। जिला नगर आयुक्त शहरी क्षेत्र और राजस्व विभाग ग्रामीण क्षेत्र में नुकसान का आकलन करेंगे।