चंडीगढ़, 20 अगस्त (ट्रिन्यू)
पेपर लीक, किसान आंदोलन, कोरोना से हुई मौत और बेरोजगारी व महंगाई के मुद्दों को लेकर कांग्रेस विधायकों ने शुक्रवार को पैदल मार्च किया। विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक विधानसभा तक पहुंचे। हाईकोर्ट चौक पर पुलिस के साथ विधायकों की कहासुनी भी हुई। एक विधायक के साथ हुई धक्का-मुक्की को लेकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक पुलिस अधिकारी को फटकार भी लगाई।
कांग्रेस विधायकों ने भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वे अपने साथ नारे लिखी तख्तियां और गुब्बारे लेकर आए थे। इस मौके पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मौजूदा सरकार शराब, रजिस्ट्री, खनन, बिजली मीटर और धान ख़रीद समेत तमाम घोटालों को दबाने की कोशिश कर रही है। सरकार भर्ती पेपर लीक घोटाले को भी रफा-दफा करना चाहती है। कांग्रेस की मांग है कि इस मामले की हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई जांच होनी चाहिए। हुड्डा ने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि विपक्ष जनता के मुद्दों को सदन में उठाये। इसलिए पैदल मार्च कर रहे कांग्रेस विधायकों को विधानसभा से दूर पहले ही बैरिकेड लगाकर रोकने की कोशिश की गई।
‘जवाब देने से भाग रही सरकार’
विपक्ष के नेता हुड्डा ने कहा कि गठबंधन सरकार के घोटालों, आंदोलनरत किसानों, बेरोजगारी का दंश झेल रहे नौजवानों और बढ़ती महंगाई की मार झेल रही जनता के मुद्दों पर चर्चा के लिए विपक्ष के विधायकों ने कई स्थगन और काम रोको प्रस्ताव दिए हैं। सरकार की मंशा विधानसभा चलाने की नहीं लगती। उन्होंने कहा कि बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की मीटिंग में 7 दिन की मांग के बावजूद सत्र की अवधि सिर्फ 3 दिन तय की गई है।
‘मौतों की जांच को बने उच्च स्तरीय कमेटी’
सदन में चर्चा के दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार कोरोना और ऑक्सीजन की कमी से मौतों का सच छिपा रही है। मौतों का सही आंकड़ा पता लगाने के लिए सरकार को उच्चस्तरीय कमेटी बनानी चाहिए। साथ ही सरकार को बताना चाहिए कि उसने पहली और दूसरी लहर के दौरान हुए नुकसान से क्या सबक लिया। अगर तीसरी लहर आती है तो उससे निपटने के लिए अब तक कितने डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ की भर्ती की गई है।