राजेश नागर/निस
बल्लभगढ़, 2 दिसंबर
प्रदेश के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के पैतृक गांव सदपुरा की चकबंदी का रिकार्ड 15 साल से गायब है। ग्रामीण परेशान हैं। जरूरत पड़ने पर जमीन का रिकार्ड लेने के लिए धक्के खाने पड़ रहे हैं। शासन-प्रशासन को पांच साल से लगातार शिकायत की जा रही है। जांच तो हुई लेकिन परिणाम शून्य रहा। हैरत की बात यह है कि चकबंदी रिकार्ड गायब होने के मामले में लापरवाह अधिकारी तो सामने आए लेकिन कार्रवाई किसी पर नहीं हो सकी। सभी इधर-उधर से सिफारिश लगवाकर अपना पल्ला झाड़ गए।
मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचा है, इसलिए अब एक बार फिर से जिला उपायुक्त विक्रम सिंह के आदेश पर अतिरिक्त उपायुक्त आनंद शर्मा व फरीदाबाद एसडीएम परमजीत चहल को जांच का जिम्मा
सौंपा है। उम्मीद है अब समाधान निकल जाएगा। चकबंदी रिकार्ड चोरी होने का मुकदमा अज्ञात के खिलाफ सेंट्रल थाने में दर्ज कराया जा चुका है।
मामले की सबसे पहले जांच तत्कालीन नायब तहसीलदार राजेंद्र द्वारा की गई थी। इसके बाद जांच तत्कालीन एसडीएम बडख़ल पंकज सेतिया से कराई गई। फिर तत्कालीन जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने यह जांच उस समय के अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान को सौंप दी। अतिरिक्त उपायुक्त ने जांच में तत्कालीन कानूनगो वीरेंद्र सिंह (नायब तहसीलदार के पद से सेवानिवृत्त) की लापरवाही मानी। बाद में जांच तत्कालीन जिला राजस्व अधिकारी बस्तीराम से कराई गई थी। इसका परिणाम ही सामने नहीं आया। जिस अधिकारी का नाम जांच में आता चला गया, वह अपने आपको बेकसूर बताते रहे और दोबारा से जांच की अर्जी लगाते रहे। इसलिए जांच पर जांच होती रही और मामला ठंडे बस्ते में चला गया। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री कार्यालय से भी इस बाबत कई बार जिला उपायुक्त से रिपोर्ट मांगी जा
चुकी है।
गांव के रहने वाले एवं इस मामले के शिकायतकर्ता मांगेराम शर्मा ने यह मामला जिला स्तर से लेकर चंडीगढ़ में बैठे उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया। ग्रीवेंस कमेटी में भी मामला उठा। राजस्व विभाग के वित्तायुक्त से लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव तक मामला पहुंच चुका है। हर बार जांच के लिए जिला उपायुक्त के पास पत्र भेजा लेकिन कुछ नहीं हो सका।
सदपुरा गांव की चकबंदी का रिकार्ड गायब होने का मामला पहली बार 2018 में सामने आया था। मांगेराम शर्मा को अपनी जमीन से संबंधित मामले को लेकर रिकार्ड की जरूरत थी। जब दस्तावेज मांगे तो पता लगा कि रिकार्ड तो कई साल से
गायब है।
शिकायत कर्ता मांगेराम शर्मा बोले…
गांव सदरपुरा के निवासी एवं शिकायतकर्ता मांगेराम शर्मा का कहना है कि वह कई साल से इस मामले को लेकर शिकायत कर रहे हैं। दोषी सामने आते हैं लेकिन सिफारिश लगवाकर जांच से बाहर हो जाते हैं। चकबंदी रिकार्ड न मिलने से बहुत परेशानी हो रही है।
कई साल से पूरा गांव परेशान : सरपंच
गांव सदरपुरा की सरपंच पूनम शर्मा का कहना है कि कई साल से पूरा गांव परेशान हैं। जमीन से संबंधित रिकार्ड के लिए धक्के खाने पड़ रहे हैं। शासन-प्रशासन में शिकायत दी जा चुकी हैं लेकिन समाधान नहीं हो रहा है। रिकार्ड जल्द तैयार होना जरूरी है।
दूसरा रिकार्ड तैयार कराया जायेगा : एडीसी
अतिरिक्त उपायुक्त आनन्द शर्मा ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है। जल्द पता लग जाएगा कि इस मामले में किसकी लापरवाही रही है। चकबंदी का दूसरा रिकार्ड तैयार कराया जाएगा।
हां, मेरे संज्ञान में यह मामला है। अधिकारियों से कहा हुआ है चकबंदी के रिकार्ड तैयार करें। जो दोषी हो, उसके खिलाफ कार्रवाई करो। मैं स्वयं मामले की निगरानी कर रहा हूं।
पं.मूलचंद शर्मा, परिवहन मंत्री