विनोद जिन्दल/हप्र
कुरुक्षेत्र, 19 दिसंबर
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 ने राष्ट्र ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक पहचान बना ली है। इस महोत्सव के क्राफ्ट और सरस मेले के अंतिम दिन शिल्पकारों और कलाकारों ने रुखसत होने से पहले कभी अलविदा ना कहना… अगले वर्ष 2022 में फिर मिलेंगे का वादा किया। यह महोत्सव पूर्ण सुरक्षा और व्यवस्था के बीच सफल आयोजन के साथ सम्पन्न हुआ। आगामी वर्ष में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022 में 4 दिसम्बर 2022 के दिन दीपदान कार्यक्रम होगा। उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2021 को यादगार और सफल बनाने के लिए अधिकारियों, कर्मचारियों, मीडिया कर्मियों और शहर का आम नागरिकों का भरपूर सहयोग मिला। इस महोत्सव का लाखों लोगों ने अवलोकन किया। ब्रह्मसरोवर तट पर 2 दिसंबर से 19 दिसंबर तक चले अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का विधिवत समापन हुआ। महोत्सव में आए शिल्पकार अगले साल फिर से मिलने का वादा कर रुखसत हुए। महोत्सव-2021 में 21 राज्यों व अमेरिका, भूटान, रूस, अफ्रीका सहित अन्य देशों के करीब 3700 से भी ज्यादा कलाकारों ने मुख्य मंच, हरियाणा पवेलियन, सांस्कृतिक संध्या, ब्रह्मसरोवर के घाटों पर रोजाना सांस्कृतिक प्रोग्राम प्रस्तुत कर पर्यटकों का मनोरंजन किया। सांस्कृतिक कलाकारों के अलावा नगाड़ा पार्टी, राजस्थान के बहरूपिये व कच्ची घोड़ी के साथ-साथ पंजाब से आए बाजीगर ग्रुप भी महोत्सव में आकर्षण का केंद्र रहे।
उपायुक्त मुकुल कुमार ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 के सफल आयोजन पर सभी पत्रकार व छायाकारों, समाजसेवी व धार्मिक संस्थाओं, शहरवासियों और अधिकारियों, कर्मचारियों तथा कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। महोत्सव में जहां एक ओर ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर लगे सरस और क्राफ्ट मेले में लोगों ने जमकर खरीददारी की वहीं दूसरी ओर आने वाले पर्यटकों ने हरियाणवी खानपान के साथ-साथ दूसरे राज्यों के विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद भी चखा। ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर होने वाली संध्या कालीन आरती में पर्यटकों ने भाग लिया। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सहयोग से यूथ ब्लड डोनेशन सोसायटी को लगातार 18 दिन एक ही स्थल पर रक्तदान शिविर लगाने पर एशियन बुक ऑफ रिकार्ड में नाम दर्ज किया गया है। एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड की टीम ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में यूथ ब्लड डोनेशन सोसायटी के प्रधान विनोद पाल झांसा को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया है। कैथल शुगर मिल के केमिकल रहित गुड़ व शक्कर की मात्र 4 दिन में 2200 किलोग्राम गुड़ और शक्कर की बिक्री अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में दर्ज की गई।