घरौंडा, 9 अप्रैल (निस)
आढ़तियों की हड़ताल के चलते गेहूं खरीद को लेकर गतिरोध की स्थिति बनी हुई है। आढ़तियों के रवैये को देखते हुए प्रशासन ने डिपो होल्डरों को लाइसेंस जारी किए हैं। हड़ताल के दूसरे दिन खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने किसानों की गेहूं खरीदने का प्रयास किया, लेकिन किसानों ने अपनी गेहूं बेचने से साफ मना कर दिया। जिन किसानों ने अपनी फसल बेचने की हामी भर दी थी, बाद में वे भी मुकर गए। किसानों का कहना है कि वे आढ़तियों के माध्यम से ही अपनी फसल बेचेंगे। वहीं, शुक्रवार को घरौंडा नई अनाज मंडी में पहुंचे एसीएस देवेंद्र सिंह का कहना है कि हड़ताल आढ़तियों की है लेकिन किसान अपनी गेहूं बेचने को तैयार हैं और सरकार गेहूं की खरीद करने के लिए तैयार है। लेबर की भी समस्या नहीं है और न ही लिफ्टिंग की समस्या है।
‘किसान की मर्जी से किया जाए भुगतान’
मंडी एसोसिएशन के प्रधान रामलाल गोयल ने भी ए.सी.एस. के सामने अपना पक्ष रखा और कहा कि उनकी सिर्फ एक ही मांग है कि किसान की मर्जी से पेमेंट की जाए, लेकिन पोर्टल पर ऑप्शन होने के बावजूद सरकार उस पर कायम नहीं है। आढ़ती अपनी आढ़त के लिए कार्य करता है लेकिन वह भी ढंग से नहीं मिलेगी तो उसका कोई फायदा ही नहीं। उन्होंने बताया कि जिस तरह से सरकार से बातचीत चल रही है उम्मीद है कि जल्द ही कोई समाधान होगा। सरकार अगर डिपो होल्डर से कार्य करवाना चाहती है तो आढ़तियों को कोई दिक्कत नहीं है।