सोनीपत, 6 मार्च (हप्र)
सोनीपत चीनी मिल में 28 घंटे के ब्रेक के बाद रविवार को एक बार फिर से पिराई शुरू कर दी गई है। जिसकी वजह से किसानों ने राहत की सांस ली है। वहीं, मिल प्रशासन का दावा है कि सफाई प्रक्रिया पूरी होने के बाद मिल अब बेहतर रफ्तार से गन्ने की पिराई कर पाएगा। पिराई बंद होने से यार्ड में रविवार दोपहर तक 13 हजार 860 क्विंटल गन्ना जमा हो गया था। दरअसल, सोनीपत चीनी मिल प्रशासन ने शनिवार सुबह करीब 7 बजे 24 घंटे के लिए ब्रेक लिया है। परंतु सफाई का कार्य रविवार सुबह 11 बजे तक जारी रहा। जिसके बाद ही पिराई का काम शुरू हो पाया।
मिल में पिराई का काम इस बार काफी प्रभावित रहा है। जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मिल में 200 से अधिक घंटों का ब्रेक डाउन हो चुका है। यही कारण है कि रविवार को शाम तक सोनीपत चीनी मिल में 18 लाख 23 हजार क्विंटल गन्ने की ही पिराई हो पाई है। जबकि मिल प्रशासन ने 36 लाख क्विटल गन्ने की पिराई का लक्ष्य निर्धारित किया है। सफाई के लिए ब्रेक लेने से पहले पिछले एक सप्ताह से प्रतिदिन 12 हजार क्विंटल से लेकर 18 हजार क्विंटल गन्ने की ही पिराई हो पा रही थी। जबकि सोनीपत शूगर मिल की पिराई क्षमता 22 हजार क्विंटल प्रतिदिन बताई जा रही है।
चीनी मिल के एमडी जितेंद्र जोशी ने कहा कि मिल लगातार पिराई का काम कर रहा था। ऐसे में फैक्टरी में सफाई की आवश्यकता पड़ती थी। सफाई के उद्देश्य से ही ब्रेक लिया गया है। कार्य पूरा होने के बाद मिल में पिराई के काम को फिर से शुरू कर दिया गया है। किसानों से अपील की गई है कि वे मिल में साफ-सुथरा गन्ना
लेकर पहुंचे, ताकि रिकवरी बेहतर हो सके।