जींद, 20 नवंबर (हप्र)
साइबर ठगों ने 2 लोगों से 5 लाख की ठगी की है। साइबर थाना पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में रामराय गांव निवासी सुरेश ने बताया कि वह खेतीबाड़ी करता है। 27 मई को उसके मोबाइल पर व्हाट्सएप काल आई और काॅल करने वाले ने बताया कि वह कनाडा से उसका चाचा का लड़का बोल रहा है। सुरेश के चाचा का लड़का कनाडा में रहता है, उसने सोचा वही बोल रहा है। फोन करने वाले ने कहा कि उसका एजेंट का रिश्तेदार बीमार है और दिल्ली अस्पताल में दाखिल है तथा उसे रुपयों की जरूरत है। उसने बैंक का खाता नंबर दे दिया। सुरेश ने अपने बेटे को बैंक में भेजकर आरोपी द्वारा बतलाए गए बैंक में दो लाख रुपये की आरटीजीएस करवा दी।
रुपये डलवाने के बाद उसने व्हाट्सएप काल की तो काॅल नहीं मिली। इसके बाद नंबर बंद आने लगा। जब उसने अपने चाचा राममेहर से संपर्क किया और भतीजे के बारे में पूछा और उससे बात की तो पता चला कि उसके साथ आनलाइन फ्रॉड हो गया है। साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने लोगों से साइबर ठगों से सावधान रहने का आह्वान किया है।
नरवाना के युवक को ढाई लाख का नुकसान
साइबर थाना पुलिस जींद को दी शिकायत में नरवाना के अंबरसर निवासी रमेश ने बताया कि 15 नवंबर को उसके मोबाइल पर व्हाट्सएप काॅल आई और कॉल करने वाले ने कहा कि वह उसका दोस्त बब्बू बोल रहा है। वह कनाडा में 22 नवंबर को घर पर आएगा। उसके एजेंट की मां बीमार है, उसे रुपये की जरूरत है। उसे 2 लाख 80 हजार रुपये की जरूरत है। उसने सोचा कि यह उसका दोस्त बब्बू ही है, इसलिए उसने विश्वास कर के अलग-अलग ट्रांजक्शन से आरोपी के दिए गए बैंक खाते में दो लाख 21 हजार रुपये डलवा दिए। रुपये डलवाने के बाद उसने व्हाट्सएप काल की तो नंबर नहीं मिला। जब उसने वाइस कॉल की तो बब्बू ने बताया कि वह तो गांव में ही है और उसने उसके पास कॉल भी नहीं की। तब उसे अहसास हुआ कि वह आनलाइन फ्राॅड का शिकार हो गया है।