चंडीगढ़, 15 सितंबर (ट्रिन्यू)
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा है कि प्रदेश में बढ़ रहे नशे को रोकने की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में बने नशामुक्ति केंद्रों को खुद इलाज की जरूरत है, जहां पर मनोचिकित्सक, मनोवैज्ञानिक और दवाइयों की आवश्यकता है। राजनीतिक माइलेज लेने के लिए सरकार साइक्लोथन पर करोड़ों खर्च किए जा रहे हैं। अगर यही राशि नशामुक्ति केंद्रों पर सुविधाएं देने में खर्च की जाती तो नशे की लत में पड़ चुके हजारों लोगों की जान बचाकर उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल किया जा चुका होता। शुक्रवार को चंडीगढ़ से जारी एक बयान में सैलजा ने कहा कि प्रदेश में नशा तेजी से फैल रहा है। अगर सरकार चाहे तो नशा तस्करी पर लगाम लगाई जा सकती है पर अब तक सरकार ने जो भी कदम उठाया है वह कारगर साबित नहीं हो रहा है। बड़ी मछलियां आज भी जाल से बाहर हैं। उन्होंने कहा कि नशे की लत में पड़ चुके लोगों को सुधारने के नाम पर प्रदेश में नशामुक्ति केंद्रों का धंधा फल फूल रहा है। कोई भी नशा मुक्ति केंद्र मानकों पर खरा नहीं उतरता।