सोनीपत (हप्र): कुंडली बॉर्डर धरनास्थल पर सोमवार देर शाम जहर निगलने वाले किसान लाभ सिंह की निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। उन्होंने मंगलवार तड़के दम तोड़ दिया। कुंडली थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया। वह पंजाब में खेतीबाड़ी कार्यालय भूमि पुरख प्रयोगशाला समराला में चौकीदार थे। पंजाब के लुधियाना के गांव सरथला निवासी लाभ सिंह (49) ने सोमवार देर शाम करीब साढ़े सात बजे कुंडली धरनास्थल पर मुख्य मंच के पास जाकर जहर निगल लिया था। जिस पर आईटी सेल के सदस्यों ने किसान की हालत बिगड़ी देखी तो अन्य किसानों को अवगत कराया था। लाभ सिंह को तुरंत एंबुलेंस से बहालगढ़ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान मंगलवार तड़के उनकी मौत हो गई।
रात को खाना खाकर सोया, सुबह मिला मृत
बहादुरगढ़ (निस) : बहादुरगढ़ के नजफगढ़ रोड फ्लाई ओवर के पास डटे आंदोलनरत 80 वर्षीय एक किसान की मंगलवार की अल सुबह मौत हो गई। उसके साथियों ने पुलिस व आंदोलनरत किसानों की कमेटी को भी इस बारे में सूचना दी। नागरिक अस्पताल के शवगृह में शव को रखवाया गया है। मृतक के परिवार के सदस्यों को भी इस बारे में सूचना दे दी गई है। पंजाब के मुक्तसर जिले के गांव लोहारा का रहने वाला बुजुर्ग किसान अवतार सिंह आंदोलनरत किसानों में शामिल रहा है। बताया गया है कि वह दिल्ली की सीमा पर डटे किसानों के जत्थे में शुरुआती दिनों से ही शामिल रहा है। सोमवार की रात को वे खाना खाकर सो गए। सुबह करीब 5 बजे तक बुजुर्ग किसान अवतार सिंह को चाय दिन के लिए जगाया गया तो कोई जवाब नहीं मिला। उसे तुरंत संभाला गया और इलाज के लिए नागरिक अस्पताल में लेकर गए। जहां डाक्टर ने जांच दौरान बुजुर्ग किसान अवतार सिंह को मृत घोषित कर दिया।
‘कैमला में जो कुछ हुआ उसके लिए भाजपा दोषी’
झज्जर (हप्र) : करनाल के कैमला गांव में विगत दिवस किसान महापंचायत में हुए बवाल के बाद सीएम द्वारा इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेवार ठहराए जाने पर कांग्रेसी भड़क गए हैं। पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल के बाद अब बादली के विधायक डा.कुलदीप वत्स ने भी इस मामले में सीएम पर जवाबी हमला बोलते हुए कहा है कि सच्चाई तो यह है कि कैमला गांव की किसान महापंचायत में भाजपा कार्यकर्ता ही किसान बन कर गए थे और उन्होंने ही वहां पर शांतिप्रिय ढंग से विरोध कर रहे किसानों पर हमला बोला। उसके बाद बवाल मचना स्वाभाविक था। कैमला गांव की किसान महापंचायत में जो कुछ भी हुआ है उसके लिए केवल और केवल भाजपा ही दोषी है।
यह स्थायी समाधान नहीं, सिर्फ स्टे : योगेंद्र
झज्जर (हप्र) : कृषि अध्यादेशों को लेकर मंगलवार को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर स्वराज पार्टी के नेता योगेन्द्र यादव ने डीघल टोल पर किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह कोई स्थायी समाधान नहीं है। यदि किसान आंदोलन छोड़कर चले गए तो एक महीने बाद या फिर कल-परसों भी यह वापस लाया जा सकता है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई 4 सदस्यीय कमेटी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कमेटी में जिन चार सदस्यों के नाम हैं इनमें से तीन लोग तो ऐसे हैं जोकि इन कानूनों को बनाने वाले रहे हैं। हमें ऐसे लोगों की कमेटी कतई नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें हर हाल में 26 जनवरी को दिल्ली जाना है।
किसानों के सम्मान में मैराथन
सोनीपत (हप्र) : जाट कॉलेज स्थित ग्राउंड में देश की सेवा के लिए आर्मी में भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने महलाना चौक से सिंघु बॉर्डर तक मैराथन दौड़ लगाई। पंजाब, हरियाणा व अन्य स्थानों से बॉर्डर पर बैठे किसानों का हौसला बढ़ाने और उन्हें समर्थन देने के लिए युवाओं ने 25 किलोमीटर की मैराथन लगाई। मैराथन का शुभारंभ जय जवान जय किसान के उद्धघोष के साथ किया गया। इस मौके पर धावक अमित खत्री ने युवाओं का आह्वान किया कि उन्हें किसानों के साथ खड़ा होना चाहिए। इस मौके पर मोहित, अमन, हरीश वर्मा, साहिल, हन्नी, युद्धवीर आदि मौजूद थे।
छात्रों को पहले एवं फ्री मिले वैक्सीन : दिग्विजय
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : जजपा के छात्र संगठन इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने सरकार से देशभर में शुरू होने वाली कोरोना वायरस महामारी की वैक्सीनेशन प्रक्रिया के शुरूआती चरण में ही छात्रों को फ्री कोरोना वैक्सीन देने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि छात्रों की उत्तम शिक्षा देश के सुनहरे भविष्य की बुनियाद है इसलिए छात्रों को फ्री कोरोना वैक्सीन देकर कॉलेज व विश्वविद्यालय परिसरों में क्लास रूम शिक्षा शुरू की जाए ताकि इससे छात्रों में कोरोना संक्रमण फैलने का भय भी न रहे। वे मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित इनसो के केंद्रीय कार्यालय पर छात्रों व आमजन की समस्याएं सुन रहे थे।