गुंजन कैहरबा/निस
इन्द्री, 30 मई
अम्बाला-शामली एक्सप्रेस-वे में एंट्री कट की मांग को लेकर कई गांवों के लोग गांव चौगांवा में कई दिनों से हाईवे बनने वाले स्थान पर धरने पर बैठे हैं। प्रशासन उनकी सुध नहीं ले रहा है। बृहस्पतिवार को धरने पर बैठे ग्रामीणों के बीच अनेक गणमान्य व्यक्ति पहुंचे और आंदोलन को समर्थन दिया। प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांग और प्रशासन की उदासीनता के खिलाफ ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया और चेतावनी दी कि यदि उनकी जायज मांग को पूरा ना किया गया तो यह आंदोलन किसी भी हद तक जा सकता है।
पंचायत समिति के पूर्व चेयरमैन साहब सिंह, भारतीय किसान यूनियन के प्रधान मनजीत लाल्लर, राजेंद्र कुमार, चौधरी देवी सिंह, राजकुमार, निर्मल, छबेग सिंह, गुरमुख सिंह, रघुबीर सिंह, अशोक व कमलजीत ने कहा कि कई गांवों से अम्बाला-शामली एक्सप्रेस-वे निकल रहा है। जिसमें एंट्री कट न लगाए जाने को लेकर लोगों में रोष बना है। उन्होंने कहा कि लोग एंट्री कट लगाए जाने को लेकर पिछले कई महीनों से प्रयास कर रहे हैं। यदि इस बाईपास पर चढ़ने के लिए कोई कट नहीं दिया जाएगा तो इसका गांववासियों को क्या फायदा होगा। कई गांवों के लोगों की जमीनें साथ लगते उत्तर प्रदेश की सीमा में हैं, वो लोग अपने मजदूरों को लेकर अपने खेतों में कैसे पहुंच पाएंगे। यदि किसी को अपनी बीमारी या किसी अन्य काम के चलते अम्बाला या चंड़ीगढ़ जाना हो तो उनके लिए दूसरे रास्तों से काफी लंबा सफर तय करना पड़ेगा।
उन्होंने मांग की है कि यदि चंद्राव, चौंगांवा या साथ लगते किसी भी गांव में एंट्री कट दे दिया जाता है तो ही इसका लाभ हलकावासियों को मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि इस एंट्री कट को लेकर सांसद संजय भाटिया व तत्कालीन गृह मंत्री अनिल विज को गुहार लगाई जा चुकी है। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सामने अनिल विज ने इस मुद्दे को उठाया लेकिन कोई भी हल अभी तक नहीं निकल पाया है।
महापंचायत बुलाकर बनाई जाएगी आंदोलन की रणनीति
गांववासियों ने मजबूर होकर 20 मई से यहां पर धरना लगाया है। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले एनएचएआई के कर्मचारी व ठेकेदार यहां पर आए थे और समस्या का शीघ्र हल करने का आश्वासन दिया था। धरने पर बैठे गांववासियों ने चेताया कि यदि उनकी समस्या का हल तय समय तक नहीं हुआ तो पूरे हलके के लोगों की महापंचायत बुलाकर आगामी रणनीति तय की जायेगी। उन्होंने कहा कि मजबूरन सड़क निर्माण कार्य को भी रोकना पड़ सकता है।
121 किलोमीटर लंबा है मार्ग
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का 121 किलोमीटर लंबा अम्बाला शामली एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश और हरियाणा को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण मार्ग होगा। दिसंबर 2024 तक इसका निर्माण कार्य पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है। एक्सप्रेस वे यूपी के शामली और सहारनपुर जिलों से गुजर रहा है। मार्ग दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारे को जोड़ता है। करनाल जिला के खंड इन्द्री में 25 से 30 गांव के पास से मार्ग गुजर रहा है। इनमें से अधिकतर गांव यमुना नदी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आते हैं। ग्रामीण गत कईं दिन से एक्सप्रेसवे में एंट्री कट को लेकर उपमंडल के गांव चौगावां के पास धरना दे रहे हैं।