यमुनानगर, 5 अक्तूबर (हप्र)
यमुनानगर के शहरी व ग्रामीण इलाकों में डेंगू ने तेजी से पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। पहले जहां शहर के विभिन्न इलाकों में डेंगू के मरीज सामने आ रहे थे, वहीं अब ग्रामीण इलाकों में भी भारी संख्या में लोग डेंगू से प्रभावित हो रहे हैं। यमुनानगर के कंसापुर की विभिन्न कालोनियों में जहां डेंगू के कई मरीज अलग-अलग अस्पतालों में दाखिल हैं। वहीं नालागढ़ की माजरी में एक ही परिवार के कई लोग डेंगू से प्रभावित हैं। इसी गांव की करीब 60 वर्षीय संतोष रानी की पीजीआई में मौत हो गई। 2 दिन पहले ही वह बुखार से पीड़ित हुई थी, उसे एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहां डेंगू का टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद, प्लेटलेट कम होने व अन्य बीमारियों के पता चलते ही उन्हें पीजीआई रेफर किया गया, जहां देर रात उसकी मौत हो गई।
इसी गांव के सियाल, साहिल, मीरा, यशपाल दलेर सिंह, कंसापुर के बैंक कॉलोनी के वीरेंद्र, कमलेश, अशोक आदि भी डेंगू प्रभावित होकर अस्पतालों में दाखिल हैं, और अपना इलाज करवा रहे हैं। दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक किसी भी इलाके में फागिंग नहीं की है। विभाग द्वारा मात्र उन्हीं इलाकों में फागिंग की जा रही है, जहां डेंगू प्रभावित केस मिलते हैं।
उधर विभाग की टीम ने कई घरों व सार्वजनिक इलाकों का दौरा करके डेंगू के लारवा को नष्ट किया है। सीएमओ डॉ. विजय दहिया का कहना है कि डेंगू से बचाव के लिए सभी को जागरूक होना होगा। अपने आसपास व घरों के अंदर अथवा छतों पर पानी ना खड़ा होने दें। शरीर को जहां तक हो सके ढक कर रखें। उन्होंने कहा कि डेंगू का मच्छर दिन में काटता है और साफ पानी में होता है, इसलिए पानी को ज्यादा समय तक खड़ा न रहने दें।