यमुनानगर, 22 जुलाई (हप्र)
दस साल से विपक्ष में होते हुए भी कांग्रेस आजतक अपने कार्यों के नाम पर वोट मांग रही है। जबकि 10 साल से सत्ता में होते हुए भी भाजपा के पास गिनवाने लायक एक भी काम नहीं है। इसीलिए भाजपा अपने कार्यों का हिसाब देने से भाग रही है और उल्टा कांग्रेस से जवाब मांग रही है। प्रदेश के इतिहास में पहली बार ऐसी हास्यास्पद राजनीति हुई है कि सरकार में बैठी पार्टी, विपक्षी दल से हिसाब मांग रही हो। ये कहना है कांग्रेस नेता रमन
त्यागी का। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए और विपक्ष में होते हुए भी हमेशा अपने कार्यों का हिसाब दिया है। हमारी सरकार ने हरेक क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित किए। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बात करें तो कांग्रेस सरकार के दौरान प्रदेश में एक नया स्वास्थ्य विश्वविद्यालय, 6 नये मेडिकल कॉलेज (करनाल, मेवात, खानपुर, महेंद्रगढ़, भिवानी, फरीदाबाद), एम्स-2 और बाढ़सा में नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट बनवाया। एम्स-2 में 10 राष्ट्रीय सुपर स्पेशियलिटी संस्थान मंजूर करवाए। रमन त्यागी ने कहा कि दोनों सरकारों के 10-10 साल के कार्यों का आकलन किया जाए तो कांग्रेस की उपलब्धियों और भाजपा की नाकामियों की लंबी फेहरिस्त बनती है। ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान के तहत कांग्रेस दोनों ही फेहरिस्त जनता के बीच लेकर जा रही है।
‘भाजपा राज में एक भी केंद्रीय विवि नहीं बना’
कुरुक्षेत्र (हप्र) : कांग्रेस कार्यकाल में प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में किए कामों के बारे में कांग्रेस नेता अशोक अरोड़ा ने एक बयान में कहा कि भाजपा के 10 साल के शासनकाल में एक भी केंद्रीय विश्वविद्यालय, कोई बड़ा सरकारी विश्वविद्यालय, प्रतिष्ठित पॉलिटेक्निक कॉलेज, आईटीआई या इंजीनियरिंग कॉलेज नहीं खोला गया। कांग्रेस सरकार के दौरान 2 लाख से ज्यादा सरकारी नौकरियां दी गईं थीं।