प्रदीप साहू/हप्र
चरखी दादरी, 5 जून
भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार राव दान सिंह बेशक लोकसभा का चुनाव हार गये हों बावजूद इसके दादरी और बाढड़ा हलकों में कांग्रेस के दिग्गज गांवों से जीत का आंकड़ा उनके पक्ष में ही गया। दोनों हलकों में कांग्रेस के पूर्व विधायकों व विधायक सहित कई अन्य नेताओं ने कांग्रेस को अपने गांवों से जीत दिलायी। बता दें कि दादरी जिला से राव दान सिंह कुल 32 हजार 383 वोटों से जीते हैं। बाढ़डा में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की एकजुटता के कारण उन्हें 27 हजार 102 की बड़ी लीड मिली है वहीं दादरी में 5281 वोटों से कांग्रेस के राव दान सिंह की जीत हुई है। भाजपा के धर्मबीर सिंह को दादरी व बाढड़ा हलके में हार का कारण यह था कि कांग्रेसियों ने गुटबाजी से उपर उठकर पार्टी प्रत्याशी के लिए ग्राउंड में मेहनत की है। चरखी दादरी विधानसभा में निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान द्वारा कांग्रेस को समर्थन देने के बाद उनके गांव चरखी से राव दान सिंह को 1113 वोटों से जिताकर अपना फर्ज निभाया।
वहीं पूर्व विधायक जगजीत सांगवान के गांव पैंतावास कलां में कांग्रेस को 124 वोटों की बढ़त मिली। पूर्व विधायक धर्मपाल सांगवान ने अपने गांव तिवाला से कांग्रेस को 245 वोटों से जीत दिलवाई है। दादरी के पूर्व विधायक व जजपा नेता राजदीप फोगाट के गांव में जजपा को मात्र 74 वोट मिले और कांग्रेस प्रत्याशी राव दान सिंह 366 वोटों से जीत दर्ज की है।
बाढड़ा विधानसभा में कांग्रेस के राव दान सिंह को सबसे ज्यादा पूर्व संसदीय सचिव रणसिंह मान के गांव लाड से 71 प्रतिशत वोट मिली और भाजपा से 677 वोटों की लीड ली। वहीं पूर्व विधायक रघुबीर सिंह छिल्लर के गांव छिल्लर में दान सिंह ने 298 मत की बढ़त ली। पूर्व विधायक नृपेंद्र श्योराण मांढ़ी के गांव मांढ़ी हरिया में भी कांग्रेस 326 वोट ज्यादा लेकर भाजपा पर भारी पड़ी। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जगत सिंह के गांव बाढ़डा में 221 और डॉक्टर ओमप्रकाश दाढ़ी के गांव दाढ़ी बाना में दान सिंह 287 वोटों से आगे रहे। अमन डालावास के गांव डालावास में दान सिंह मात्र 72 वोट से आगे रहे जबकि राजेश पातुवास के गांव पातुवास में उन्हें 253 वोटों से हार का मुंह देखना पड़ा। बाढड़ा हलका में किसान व खिलाड़ी आंदोलन का भी असर रहा और पिछले दिनों राजू मान की अगुवाई में ट्रैक्टर मार्च भी चर्चा का विषय रहा है।