फरीदाबाद, 28 जून (हप्र)
मानसून की पहली बरसात ने औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में प्रशासन की पोल खोल कर रख दी। जिला प्रशासन और नगर निगम ने दावा किया था कि शहर में पानी निकासी के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं साथ ही नालों की सफाई मात्र कुछ दिन पहले ही शुरू हुई थी जोकि पूरी तरह नहीं हो सकी। पूरे शहर की कॉलोनी और सेक्टर से लेकर सभी जगह जल भराव की स्थिति देखने को मिली साथ ही तीनों अंडरपासों में भी वाटर लॉगिंग हुई। हालांकि बारिश के बाद फरीदाबाद के लोगों को भीषण गर्मी से जरूर राहत की सांस ली।
अलसुबह चार बजे के बाद औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में मानसून की पहली बरसात ने दस्तक दे दी। कुछ ही घंटे की मूसलाधार बारिश के चलते शहर की कॉलोनी से लेकर सेक्टरों तक पूरे इलाके जलमग्न देखने को मिले। बात चाहे बल्लभगढ़ के नाहर सिंह बस स्टैंड की बात हो या फिर जवाहर कॉलोनी, सेक्टर 28 की या सेक्टर 15 की, सैनिक कॉलोनी की सभी स्थानों पर बरसात के बाद सभी जगह पानी भर गया। कई रूटों की बसें भी प्रभावित रही, क्योंकि पूरा बस अड्डा 2 से 3 फुट पानी में डूब गया। इसके चलते ना तो बसों को पानी से निकाला जा सका।
फरीदाबाद की तमाम सब्जी मंडी में भी जलभराव हुआ। दिल्ली आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी कई किलोमीटर तक जल भराव की स्थिति देखने को मिली। जिसके चलते वहां से गुजरने वाले वाहनों की रफ्तार को ब्रेक लग गए।
कांग्रेस नेता ने भी लिया जलभराव का जायजा
हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बलजीत कौशिक फरीदाबाद में हुए जलभराव क्षेत्रों का जायजा लिया और प्रशासन से जलनिकासी के तुरंत इंतजाम किए जाने की मांग की। कौशिक ने सेक्टर-14, 16, 17, 15ए, 7, 8, 9 सहित ओल्ड फरीदाबाद की कालोनियों, स्लम बस्तियों में जलभराव क्षेत्रों में जाकर स्थिति का जायजा लिया और बंद पड़ी गाड़ियों को धक्का लगाकर लोगों की मदद भी की। उन्होंने कहा कि एक ही बरसात ने भाजपाइयों की स्मार्ट सिटी की पोल पूरी तरह से खेालकर रख दी है। अभी तो यह मानसून की पहली बरसात थीए आने वाले दिनों में और बारिशें होंगी, ऐसे हालात रहे तो पूरा शहर जलमग्न हो जाएगा। बरसात के चलते लोगों के घरों तक पानी पहुंच गयाए उनका घरेलू समान पूरी तरह से खराब हो गया और उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
आठ घंटे तक बिजली रही गुल, 5 लाख हुए प्रभावित
बरसात के चलते बल्लभगढ़, एनआईटी सहित शहर के अन्य इलाकों में 7 से 8 घंटे की बिजली कटौती हुई। बरसात शुरू होते ही बिजली विभाग की ओर से बिजली आपूर्ति ठप कर दी गई, ताकि कोई बड़ा फॉल्ट ना हो जाए। बिजली कट के कारण लगभग साढ़े पांच लाख उपभोक्ताओं को बिजली कटौती की समस्या से जूझना पड़ा। रखरखाव के नाम पर बिजली विभाग की ओर से करीब एक महीने तक शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में प्रतिदिन चार से पांच घंटे बिजली कट लगाया जाता था। कभी पुराने तारों को बदलने के लिए कट को लगाया गया तो कहीं लोड बढ़ाने के लिए। यह सब इसलिए किया गयाए जिससे बारिश में निर्बाध रूप से विद्युत व्यवस्था बनी रहे। शुक्रवार तड़के आंधी के बाद हुई बरसात ने बिजली विभाग के मेंटेनेंस कार्य की पोल खोलकर रख दी है। गर्मी के चलते ओवरलोड के कारण बिजली कट लगाया जा रहा था। वहीं शुक्रवार देर शाम तक जिले में विभिन्न जगहों पर बरसात की वजह से फॉल्ट हो गए। जिसकी वजह से जिले के लोगों को घंटों बिजली कटौती की समस्या से जूझना पड़ा। बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता नरेश कक्कड़ का कहना है कि बारिश के चलते बिजली बंद की गई थी, लेकिन बारिश रुकने के बाद शुरू कर दी गई। वहीं जिन जगहों पर फॉल्ट हुए थेए उनको ठीक करने में समय लगा। ठीक होते ही बिजली चालू कर दी गई।
फील्ड में उतरे अधिकारी
अतिरिक्त उपायुक्त डॉ आनंद शर्मा ने आज भारी बरसात के बीच शहर में सभी जलभराव वाले स्थानों का दौरा कर डिस्पोजल पंपों का भी किया निरीक्षण तथा पूरी स्थिति का जायजा लिया। अतिरिक्त उपायुक्त डॉ आनंद शर्मा ने आज शहर में जलभराव वाले स्थानों का निरीक्षण कर अधिकारियों को जल्द से जल्द पानी निकासी के निर्देश दिए। निरिक्षण के दौरान नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त स्वपनिल रविंद्र पाटिल, एसडीएम बल्लभगढ़ त्रिलोक चंद सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे। फरीदाबाद की एसडीएम शिखा अंतिल ने भी बरसाती पानी निकासी के लिए सेक्टर-18, 28, 29 और सेक्टर-37 के रेनीवेल डिस्पोजल का मौके पर जाकर निरीक्षण किया।