भिवानी, 8 जून (हप्र)
पृथ्वी पर जैव विविधता मुख्य रूप से एक मापदंड है, जिसमें भिन्न-भिन्न प्रकार के पेड़-पौधे एवं पशु-पक्षी एक साथ मिलकर रहते हैं। पृथ्वी के पर्यावरण को बेहतर एवं सबके जीने योग्य बनाने में पेड़-पौधों के साथ-साथ पशु-पक्षियों की भी अहम भूमिका है। भिवानी पर्यावरण शुद्धिकरण समिति के संयोजक केके वर्मा ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के अविवेकपूर्ण दोहन व प्रदूषण के कारण वनस्पतियों एवं जंतुओं की हजारों प्रजातियां लुप्त हो गई है तथा हजारों लुप्त होने की कगार पर है।
जिसके दुष्परिणाम हर कोई भुगतने के लिये मजबूर है। ऐसे में प्रत्येक जन को पेड़-पौधों के साथ-साथ पशु-पक्षियों को बचाने की तरफ भी विशेष ध्यान देना होगा, क्योंकि पर्यावरण व पशु-पक्षी एक-दूसरे के पूरक हैं। पर्यावरण शुद्धिकरण समिति के संयोजक केके वर्मा ने शनिवार को कहा कि जल एवं पर्यावरण संरक्षण जागरूकता पखवाड़े के तहत विभिन्न स्थानों पर वह नागरिकों को जागरूक करते हैं।
उन्होंने लोहे के टीन व कबाड़ की लकड़ियों से पशु-पक्षियों के लिये दाना-पानी टीन बनाये हैं। इसमौके पर उन्होंने कबाड़ के साथ नारियल के खोल व प्लास्टिक की पुरानी और इस्तेमाल की गई बोतलों का प्रयोग कर पक्षियों के लिए दाने व पानी रखने के लिए बनाए गये पात्र भी नागरिकों को बांटे।
उन्होंने कहा कि वे स्वयं बेकार सामान से पक्षियों के लिए दाना-पानी का पात्र बनाते हैं तथा नागरिकों के नि:शुल्क उपलब्ध कराते हैं। जिसके लिए पक्षी प्रेमियों को 9253331685 पर संपर्क करना होगा।