नारनौल, 30 मई (हप्र)
एक निजी अस्पताल में नारनौल स्वास्थ्य विभाग और चरखी दादरी स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर भ्रूण लिंग जांच का भंडाफोड़ किया है। टीम ने दंपति चिकित्सक तथा दलाल को गिरफ्तार कर लिया है। अस्पताल में काम करने वाला कर्मचारी बलकेश दलाल था और उसने डिकॉय पेशेंट से 40 हजार रुपये में सौदा तय किया था। टीम ने 20 हजार रुपये आरोपी महिला चिकित्सक शशि चौधरी से बरामद किए हैं।
चरखी दादरी स्वास्थ्य विभाग के पीएनडीटी के नोडल अधिकारी नरेंद्र एवं महेंद्रगढ़ पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. हर्ष चौहान ने बताया कि चरखी दादरी टीम को सूचना मिली थी कि एक निजी अस्पताल में काम करने वाला कर्मचारी बतौर दलाल नारनौल में अवैध रूप से भ्रूण लिंक जांच करवाता है। सूचना मिलने के बाद नरेंद्र के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। एक डिकॉय पेशेंट को हायर किया गया। डिकॉय पेशेंट ने 26 मई को नवजीवन अस्पताल कर्मचारी बलकेश से फोन पर बातचीत की। इसके बाद वह रविवार को दलाल से मिलने आई थी। उनकी 40 हजार रुपये की डील हुई और यह राशि बलकेश के परिचित के खाते में ऑनलाइन जमा करवा दी। डिकॉय पेशेंट को लेकर दोनों टीमें नारनौल पहुंच गई। डिकॉय पेशेंट का डॉ. शशि चौधरी एवं डॉ. प्रवीण कुमार चौधरी दोनों ने दो बार अल्ट्रासाउंड किया। जांच के बाद महिला चिकित्सक ने इशारों में उसको लड़का बताया। बलकेश उन्हें छोड़ने बस स्टैंड आया, जहां उसे पकड़ लिया। उससे पूछताछ के बाद दंपति चिकित्सक को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ पीएनडीटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया।