चंडीगढ़, 15 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा के डॉक्टरों ने मांगों को लेकर सोमवार को दो घंटे की हड़ताल की। साथ ही, सरकार को अल्टीमेटम दिया कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो 25 जुलाई से वे संपूर्ण हड़ताल करेंगे। इस दौरान एमरजेंसी सेवाएं भी बंद की जाएंगी। हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन (एचसीएमएस) के आह्वान पर प्रदेशभर के डॉक्टर सुबह 9 बजे से 11 बजे तक हड़ताल पर रहे। इस दौरान उन्होंने ओपीडी बंद रखी।
हड़ताल के चलते प्रदेश के अस्पतालों में मरीज इलाज के लिए भटकते रहे। स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं। हरियाणा में करीब ढाई हजार डाक्टरों की कमी है। प्रदेश सरकार के वेतनमान और सुविधाओं में कमी के चलते डाॅक्टर हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में काम नहीं करना चाहते।
डॉक्टरों चार मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। डॉक्टर प्रदेश में स्पेशलिस्ट के लिए अलग कैडर बनाने की मांग कर रहे हैं। इसी तरह, डॉक्टर पीजी कोर्स की बांड राशि को कम करने की मांग कर रहे हैं। हर बार मांगों पर कार्रवाई का आश्वासन मिला, लेकिन मांगें पूरी नहीं हुई। गौरतलब है कि पीजी के लिए बांड राशि एक करोड़ रुपये है और इसे 50 लाख रुपये करने की मांग की जा रही है। डॉक्टरों की मांग है कि मेडिकल ऑफिसर्स (एमओ) को ही एसएमओ (सीनियर मेडिकल ऑफिसर) के पद पर प्रमोट किया जाए। सीधी भर्ती की बजाय वे प्रमोशन से इन पदों को भरने की मांग कर रहे हैं। हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ़ राजेश ख्यालिया का कहना है कि सरकार के आला अधिकारियों व स्वास्थ्य मंत्री के चक्कर काटने के बावजूद उन्हें केवल आश्वासन मिला। कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।