सफीदों, 2 अगस्त (निस)
पश्चिमी यमुना नहर की हांसी शाखा नहर के साथ-साथ कई गांवों की गंदगी लेकर पश्चिम की ओर जा रही सफीदों डिच ड्रेन घासफुस व कचरे से अटी पड़ी है। सफीदों व रामपुरा, छपरा समेत करीब सात किलोमीटर तक ऐसा ही दृश्य है। ड्रेन की सफाई नहीं होने से बरसात के दिनों में पानी निचले इलाकों में नुकसान पहुंचाता है। शुक्रवार को सफीदों के छापर गांव के सरपंच जसपाल मान ने कहा कि उन्होंने पूर्व में कई विधायकों व समय-समय पर जल सेवाएं विभाग के अधिकारियों का ध्यान इस ओर दिलाया है, लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं किया गया। जसपाल मान ने बताया कि इस ड्रेन की सफाई सही तरीके से न करके इसकी खानापूर्ति करके बजट हड़प लिया जाता है और इस बार भी ऐसा ही हुआ है। उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को मेल भेजी है। सरपंच ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी इस ड्रेन की सफाई का ठेका देकर जेसीबी से थोड़ी बहुत गाद निकाल कर इतिश्री कर दी गई जबकि घासफूस व कचरे से आज भी यह ड्रेन अटी पड़ी है। सरपंच ने इसकी जांच कराकर आरोपियों पर कार्रवाई करने तथा दोनो तरफ ड्रेन की पूरी सफाई बिना अतिरिक्त भुगतान के कराए जाने की मांग की है। इस पर टिप्पणी सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के स्थानीय कार्यकारी अभियंता रघुवीर सिंह ने बताया कि नगर के जींद रोड बाइपास से शहर की तरफ उनके विभाग की जेसीबी मशीन से पांच-सात दिन पहले सफाई कराई गई है जबकि बाइपास के पुल से मुवाना फाल तक नहर के दोनों तरफ की ड्रेनों की सफाई ठेकेदार से कराई गई है। उन्होंने बताया कि ठेकेदार ने यह काम बीती 30 जून को पूरा किया था। जब उन्हें बताया की ड्रेन तो आज भी घासफूस, कचरे से अटी पड़ी है तो उन्होंने कहा कि सफाई करने के कुछ ही देर बाद फिर से इसमें कचरा भर जाता है।