सोनीपत, 8 जुलाई (हप्र)
टोक्यो ओलंपिक के सिल्वर मेडलिस्ट पहलवान रवि दहिया के गांव नाहरी में काफी समय से पेयजल की समस्या गहराई हुई है। इससे परेशान ग्रामीणों ने सोमवार को जलघर के पास एकत्रित होकर जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। साथ ही पानी की आपूर्ति जल्द शुरू कराने की मांग की। उनका कहना था कि गांव में करीब 40 साल से पानी की समस्या बनी हुई है। सरकारें आई चली गई, लेकिन किसी भी सरकार ने गांव में पानी की किल्लत को दूर नहीं किया। जिस पर गांव में पहुंचे अधीक्षण अभियंता ने एक महीने में पेयजल समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया।
कुलदीप, हितेंद्र, विजय पाल ने बताया कि वर्ष 1977 में तत्कालीन मुख्यमंत्री देवीलाल ने डिग्गी बनवाई थी। उसके बाद गांव में कुछ समय तक पानी पहुंचा। 2021 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ओलंपिक मेडल लेकर पहुंचे रवि दहिया के अभिनंदन समारोह में पहुंचकर पानी मुहैया करवाने के लिए जलघर बनाने की घोषणा की थी। जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से हर घर जल योजना पर काम शुरू किया, लेकिन वह अधर में लटक गया, जिसका खामियाजा ग्रामीण भुगत रहे हैं। उनकी मांग है कि गांव में अधूरी योजना पूरी कराई जाए और उन्हें पर्याप्त पानी मिले। भूजल पीने योग्य नहीं है, गांव में निजी ट्यूबवेलों से सप्लाई होती है। पानी की मांग को लेकर वह पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री नायब सैनी से भी मिलकर आए थे। पूर्व ब्लॉक समिति सदस्य सुकेश रानी, सामाजिक कार्यकर्ता पदम सिंह दहिया, उर्मिला व रामभतेरी ने बताया कि गांव में पेयजल संकट के समाधान के लिए कोई सुनवाई नहीं हो रही। खेतों से बर्तन में पानी लाना
पड़ता है।
सरपंच प्रतिनिधि रविंद्र कुमार ने बताया कि सरकार ने हर घर जल योजना शुरू की, लेकिन गांव में अभी तक घरों में पानी की एक भी बूंद नहीं पहुंची। नाहरी पाना सिखान के सरपंच प्रतिनिधि नवाब सिंह ने कहा कि एसई ने ग्रामीणों को एक माह में पानी की समस्या दूर करने का आश्वासन दिया है।
प्रयास जारी : एसई
जनस्वास्थ्य विभाग के एसई राजीव गुप्ता ने कहा कि नाहरी गांव में पानी की समस्या को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। 1.32 करोड़ रुपये की लागत से 80 फीसदी काम पूरा कर लिया गया है। एक माह में काम पूरा होने के बाद पेयजल की कमी नहीं रहेगी।