कालांवाली, 11 नवंबर (निस)
डीएपी खाद की किल्लत के चलते किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसको लेकर उपमंडल के किसानों ने एकत्रित होकर उपमंडल कार्यालय में कई घंटे तक धरना लगाकर रोष प्रदर्शन किया। हालांकि इस दौरान एसडीएम व तहसीलदार गैरहाजिर रहे। किसानों का कहना है कि भले ही सरकार प्रदेश में डीएपी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाने का दावा कर रही है। लेकिन धरातल पर ऐसे दावे खोखले साबित हो रहे हैं। कालांवाली एरिया में डीएपी खाद की किल्लत है। किसानों को गेहूं व सरसों की फसल की बिजाई करने में परेशानी झेलनी पड़ रही है।
किसान नेता कुलदीप सिंह सुखचैन, सुखबीर सिंह सुखचैन, अजैब सिंह कालांवाली, गेजा सिंह, जगसीर सिंह, गुरप्रीत सिंह, डिप्टी सिंह, जसकरण सिंह, भूपेंद्र सिंह, कुलदीप सिंह देसूमलकाना, बूटा सिंह फूल्लो मेहर सिंह वाला ने बताया कि कालांवाली में डीएपी खाद की पूरी तरह से कालाबाजारी की जा रही है। डीएपी के वितरण में भी पूरी तरह से गड़बड़ी की जा रही है। मंडी में किसी दुकान पर एक हजार बैग डीएपी का आता है तो उसमें से 400 बैग का ही सही वितरण होता है, बाकी बैगों की कालाबाजारी की जाती है। साथ में किसानों को डीएपी के साथ जबरन गेहूं का बीज व अन्य कोई कीटनाशक थोपा जाता है। किसानों ने मांग की है कि किसानों को पर्याप्त मात्रा में डीएपी उपलब्ध करवाई जाए। डीएपी की कालाबाजारी, जमाखोरी को बंद कर दुकानों व गोदामों की जांच की जाए और कालाबाजारी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
कृषि विभाग के एसएमएस डाॅ. राकेेश कुमार और क्यूसीआई डाॅ. अमित कुमार ने मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाया और वीरवार को डीएपी खाद आने की बात कही।