सिरसा, 11 जून (हप्र)
चौ. देवी लाल विश्वविद्यालय को हरियाणा इलेक्ट्रीसिटी रेगुलेटरी कमीशन की तरफ से कन्सल्टेंसी के लिए 11 लाख रुपये का एक शोध प्रोजेक्ट प्रदान किया गया। इस प्रोजेक्ट के बारे में बताते हुए अर्थशास्त्र विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर तथा यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर रूरल स्टडीज के निदेशक डॉ. रोहताश ने बताया कि हरियाणा मे बिजली जेनरेटर साइट्स पर धान की पराली की मात्रा और वितरण लागत का अध्ययन इस प्रोजेक्ट के तहत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर रूरल स्टडीज ने इस प्रोजेक्ट का प्रोपजल हरियाणा इलेक्ट्रीसिटी रेगुलेटरी कमीशन को फरवरी, 2024 माह मे भेजा गया था। इस प्रोजेक्ट के लिए डॉ. रोहताश प्रोजेक्ट डायरेक्टर तथा अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. सुरेन्द्र अहलावत को-प्रोजेक्ट डायरेक्टर होंगे। डॉ. रोहताश ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत 10 जून को विश्वविद्यालय को ईमेल के माध्यम से हरियाणा इलेक्ट्रीसिटी रेगुलेटरी कमीशन का वर्कआर्डर प्राप्त हुआ और इस वर्कआर्डर के तहत विश्वविद्यालय शोध प्रोजेक्ट के माध्यम से हरियाणा इलेक्ट्रीसिटी रेगुलेटरी कमीशन को पावर जनरेशन के विभिन्न क्षेत्रो मे पराली के महत्व, मांग तथा लागत आदि के बारे मे विस्तारपूर्वक बताया जाएगा। डॉ. रोहताश ने कहा कि इसके अतिरिक्त किसानों को भी पराली के उचित प्रबन्धन तथा आय के स्रोतों में वृद्धि के बारे में जागरूक किया जाएगा। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक, कुलसचिव डॉ. राजेश बंसल व प्राध्यापकों ने डॉ. रोहताश तथा सहायक प्रोफेसर डॉ. सुरेन्द्र अहलावत को प्रोजेक्ट मिलने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।