फरीदाबाद, 28 नवंबर (हप्र)
किसान विरोधी कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली कूच कर रहे किसानों पर कार्रवाई के खिलाफ शनिवार को कर्मचारियों व मजदूरों ने आक्रोश प्रदर्शन किया। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले बीके चौक पर आयोजित इस प्रदर्शन में रिटायर्ड कर्मचारी संघ हरियाणा व किसान संघर्ष समिति नहर पार से जुड़े किसानों व पेंशनर्स ने भी भाग लिया।
प्रदर्शन में सर्वसम्मति से पारित किए गए प्रस्ताव में भाजपा-जजपा सरकार द्वारा दिल्ली कूच कर रहे किसानों पर आंसू गैस के गोले बरसाने, पानी की बौछार मारने व लाठीचार्ज करने की घोर निन्दा की गई और किसानों के आंदोलन का तन-मन-धन से सहयोग एवं समर्थन करने का फैसला लिया गया। प्रदर्शन का नेतृत्व किसान संघर्ष समिति नहर पार के संयोजक सतपाल नरवत, अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष नवल सिंह, रिटायर्ड कर्मचारी संघ हरियाणा के उपाध्यक्ष यूएम खान, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री, जिला प्रधान अशोक कुमार, सचिव बलबीर सिंह बालगुहेर, प्रेस सचिव राजबेल देसवाल, कोषाध्यक्ष युद्धवीर सिंह खत्री आदि नेता कर रहे थे। नरेश कुमार शास्त्री ने बताया कि शुक्रवार को चावला कालोनी पुलिस चौकी प्रभारी ने दल बल के साथ प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा को गिरफ्तार करने उनके आवास पर छापेमारी की।
प्रदेशाध्यक्ष लांबा कोविड संक्रमण से पीड़ित हैं और होम क्वारंटाइन हैं। मेडिकल रिपोर्ट देखने के बाद ही पुलिस को वापस लौटने पर मजबूर होना पड़ा।
भाजपा सरकार के विरोध में किया प्रदर्शन
जींद (हप्र) : शहर में शनिवार को जनसंगठनों ने केंद्र की मोदी सरकार और हरियाणा की खट्टर सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया तथा पंजाब के किसानों पर आंसू गैस व वाटर कैनन का प्रयोग करने की कड़ी निंदा की। इन में सीटू, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा, अखिल भारतीय किसान सभा, रिटायर कर्मचारी संघ, दलित अधिकार मंच जींद, सद्भावना मंच जींद आदि संगठनों के कार्यकर्ता शामिल रहे। इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से सीटू राज्य उपाध्यक्ष कामरेड रमेश चन्द्र, जिला सचिव कपूर सिंह, राज्य अध्यक्ष फूल सिंह श्योंकन्द व अन्य शामिल हुए।
कर्मचारी, किसान व सामाजिक संगठनों का सरकार को अल्टीमेटम
चरखी दादरी (निस) : कर्मचारी, किसान व सामाजिक संगठनों ने शनिवार को कृषि कानूनों के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया कि अगर गिरफ्तार किए किसानों की रिहाई नहीं की गई तो रविवार को रोड जाम कर देंगे, वहीं आंदोलन को बढ़ाते हुए किसानों की रिहाई कराकर दिल्ली कूच करेंगे। इस दौरान किसानों पर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए दर्ज मामले वापस लेने की मांग की गई। एसकेएस के जिला प्रधान राजकुमार घिकाड़ा व अधिवक्ता संजीव तक्षक ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्देश के बाद भी गिरफ्तार किए किसानों को रिहा नहीं किया गया है। इस अवसर पर जोरावर सांगवान, कृष्ण भागवी, विजय लांबा, ओमवीर कालेहर, कमलेश भैरवी, मा. जयवीर, कृष्ण फौगाट, यादवेन्द्र, रणवीर फौजी व अन्य मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के समर्थन में राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
भिवानी (हप्र) : सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा व सीटू के आह्वान पर किसान आंदोलन के समर्थन में शनिवार को किसान-मजदूरों ने यहां केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आक्रोश प्रदर्शन की अध्यक्षता सकसं जिला सचिव सूरजभान जटासरा ने की वहीं संचालन सीटू जिला सचिव अनिल कुमार ने किया। सीटू जिला उपाध्यक्ष ओमप्रकाश व सकसं उपाध्यक्ष मास्टर जगरोशन ने कहा की भाजपा सरकार किसान विरोधी काले कानून लागू कर किसान व खेती को बर्बाद कर रही है। कानूनों के खिलाफ देश भर में किसान आंदोलनरत हैं। किसान संगठनों ने तयशुदा कार्यक्रम के मुताबिक एेलान किया हुआ था कि 26-27 नवंबर को दिल्ली कूच करेंगे, इसके बाद किसानों के पास आंदोलन के सिवाय कोई रास्ता नहीं बचा था। इस दौरान जहां किसानों को रोका गया वहीं अनेक किसान नेताओं पर झूठे केस दर्ज कर उन्हें जेल में डाल दिया गया। इस अवसर पर किसान सभा नेता मास्टर शेर सिंह, ओमप्रकाश सैणी, सकसं अनिल बागड़ी, सतबीर स्वामी, सहदेव सिंह, बलवंत, राजकुमार दलाल, प्रदीप बजीणा, राजेश शर्मा एवं अन्य किसान मौजूद रहे।
जागृति मंच ने की नारेबाजी
भिवानी (हप्र) : तीन कृषि कानूनों के खिलाफ शनिवार को हरियाणा जागृति मोर्चा के सदस्यों ने यहां प्रदर्शन किया। इस दौरान चेतावनी दी गई कि अगर सरकार ने किसान विरोधी नीतियां वापस नहीं ली तो वे अनिश्चितकालीन आंदोलन चलाने पर मजबूर होंगे। हरियाणा जागृति मोर्चा के अध्यक्ष राजेश सिंधू व संरक्षक रामकिशन काजल ने कहा कि पंजाब के किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जा रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार उनकी राह में रोड़ा बन रही है। सिंधू ने कहा कि नपा कार्यालय में आयुक्त का पद खाली होने की वजह से अनेक शिकायतें अटकी हुई है। इस मौके पर हलका अध्यक्ष जयबीर आलहान, नरेश शर्मा, हनुमान, अनिल, मोहित, उमेद, हरीश, अनिल वर्मा व अन्य उपस्थित रहे।
दिल्ली कूच में हरियाणा के किसान नहीं : यादव
नारनौल (निस) : प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने शनिवार को अपने आवास पर लोगों की बिजली, पानी व अन्य मूलभूत सुविधाएं से संबंधित समस्याएं सुनी एवं उनका मौके पर ही निवारण किया। इस दौरान मंत्री यादव ने कहा कि प्रदेश में किसान आंदोलन को लेकर पंजाब कांग्रेस पंजाब के किसानों को बरगला कर दिल्ली भेज रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली कूच किसान आंदोलन में प्रदेश का कोई भी किसान शामिल नहीं है। यह सब पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की प्रदेश सरकार को बदनाम करने की सोची समझी चाल है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का किसान बड़ा जागरूक है। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी हरियाणा प्रदेश के किसानों को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन प्रदेश का किसान उनके बहकावे में नहीं आया।
झज्जर में प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
झज्जर (हप्र) : कृषि कानूनों लेकर दिल्ली में प्रदर्शन करने के लिए उतरे पंजाब और हरियाणा के किसानों के समर्थन में शनिवार को कर्मचारी संगठन भी आ खड़े हुए है। शनिवार को किसान आंदोलन के समर्थन में झज्जर के अंदर आधा दर्जन से ज्यादा विभागों के कर्मचारियों ने सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले प्रदर्शन किया और प्रदेश व केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन करने से पूर्व कर्मचारी झज्जर के पंडित श्रीराम शर्मा पार्क में एकत्रित हुए और बाद में शहर भर में प्रदर्शन करते हुए अंबेडकर चौक पहुंचे। कर्मचारी नेताओं का कहना था कि किसान आंदोलन के मद्देनजर उनके कई साथियों को प्रशासन ने हिरासत में ले रखा है और प्रशासन ने हिरासत में लेकर नजरबंद किए गए कर्मचारियों की जमानत लिए जाने का दबाव बना रहा है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से गिरफ्तार किए गए उनके साथ ही कर्मचारियों को बगैर शर्त के रिहा करने की मांग की।