नारनौंद , 10 सितंबर (निस)
हड़प्पा कालीन संस्कृति को लेकर राखीगढ़ी पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। एक बार फिर राखीगढ़ी के रहस्यों को उजागर करने के लिए खुदाई का कार्य शुरू हो गया है। इसकी शुक्रवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग दिल्ली के संयुक्त महानिदेशक संजय मंजुल ने शुरुआत की।
राखीगढ़ी में खुदाई के दौरान अनेक ऐसे अवशेष मिल चुके हैं। उनसे साबित होता है कि यह करीब पांच हजार वर्ष पुरानी जगह है। यहां कंकाल भी मिले थे। जिनका डीएनए से यह साबित हुआ था कि सबसे पहले इंसान यहीं पर रहते थे और वह कहीं बाहर से नहीं आए थे।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के संयुक्त महानिदेशक संजय मंजुल ने बताया कि खुदाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। यह कब तक चलेगा अभी तक इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। अब राखी गढ़ी को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की योजना पर काम किया जाएगा।
इस संबंध में एसडीएम विकास यादव ने बताया कि आज का काफी ऐतिहासिक दिन है। राखीगढ़ी में खोदाई शुरू हो चुकी है। प्रशासन की तरफ से कोई भी परेशानी नहीं आने दी जाएगी। ग्रामीणों को भी इसमें पूरा सहयोग करने की जरूरत है।