भिवानी, 1 जनवरी (हप्र)
डाडम खनन क्षेत्र में हुए बड़े हादसे के पीछे पहाड़ की अंधाधुंध खुदाई को माना जा रहा है। निर्धारित मापदंडों पर न चलकर इतने बड़े हादसे को न्योता दिया गया, जिसमें अभी भी काफी लोगों के दबे होने कि आशंका है।
जानकारों के अनुसार पिछले लगभग चार दशक से खनन क्षेत्र में अंधाधुंध खनन कार्य जारी है। खनन करने वाली कंपनियों ने 300 से 600 फुट गहराई तक खनन करके पहाड़ को असंतुलित की स्थिति में पहुंचा दिया है, जिसका नतीजा यह रहा कि पहाड़ भरभराकर गिर पड़ा।
बीते दस नवंबर को डाडम समेत पूरे एनसीआर क्षेत्र में खनन कार्य प्रदूषण बढ़ने के चलते बंद कर दिया गया था। इसके बाद जब दिसंबर माह में सर्दियां बढ़ी तो प्रदूषण कम हुआ, जिसको लेकर एनजीटी की बैठकें हुई तथा पहाड़ को निरंतर एयर क्वालिटी न सुधरने के चलते बंद ही रखा गया। इस बीच खनन से जुड़े ठेकेदार, मजदूर व अन्य लोगों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर पहाड़ खोले जाने की मांग रखी तथा लागतार धरना भी दिया कि अब सर्दियां बढ़ गई है, जिससे एयर क्वालिटी सुधर गई है। ऐसे में इसे फिर से शुरू किया जाना चाहिए। जिसके बाद दस नवंबर से बंद पड़े पहाड़ों पर खनन की इजाजत लगभग 50 दिन बाद 30 दिसंबर की रात को दी गई। 31 दिसंबर की सुबह से खनन कार्य शुरू हो गया। खनन कार्यों के लिए काटे गए बिजली के कनेक्शनों को वापस जोड़ दिया गया। खनन कार्य शुरू होने के 24 घंटे अंदर ही यह घटना घट गई। जिसमें 10 से 12 लोगों के दबे होने की आशंका है। बताया जा रहा है कि पिछले 40 वर्षों के दौरान इस क्षेत्र में खनन कार्य इतना गहरा किया गया कि 300 से 600 फुट तक गहराई में लीज पर ली गई खानों को खोदा गया। इस दौरान किसी भी पार्टी की सरकार रही हो, सभी ने इस खनन कार्य की अनियमित्ताओं को लगभग आंख बंदकर समर्थन किया। लगभग पांच से छह: वर्ष पहले सुप्रीम कोर्ट ने इस क्षेत्र की पहाड़ की लीज को रद्द भी कर दिया था। बावजूद इसके खनन कार्य जारी रहा। खनन माफिया के लोग बड़े योजनाबद्ध तरीके से खनन करते रहे। जब कभी जांच दल आता तो उसे खनन क्षेत्र में आने देने से पहले ही खनन कार्य रोक दिया जाता था। खनन माफिया के कारिंदे मीडिया तक को खनन क्षेत्र में नहीं घुसने देते थे। सैकड़ों फुट खुदाई की सूचनाओं व पाताल से पानी बाहर आने के बावजूद खनन कार्य धड़ल्ले से चलता रहा। कोर्ट की सख्ती के बाद खनन एक बार तो बंद हो गया था।
बड़े पैमाने पर ब्लास्ट की आशंका
एनजीटी की अनुमति के बाद शुक्रवार से खनन कार्य शुरू हो गया। दो महीने खनन बंद रहने की वजह से मार्केट में भवन निर्माण सामग्री की किल्लत हो गई थी। आशंका है कि इस किल्लत को जल्दी दूर करने के लिए यहां बड़े स्तर पर ब्लास्ट किए गए और इसी वजह से पहाड़ दरक गया।
वन क्षेत्र की ओर से दरका पहाड़
इस बीच खानक-डाडम क्रशर एसोसिएशन के चेयरमैन मास्टर सतबीर रतेरा ने दावा किया कि जिस समय हादसा हुआ, उस समय यहां कोई खनन कार्य नहीं चल रहा था। अरावली का ये खनन क्षेत्र दोनों ओर से फोरेस्ट एरिया से घिरा है। फोरेस्ट एरिया से ही हजारों टन के पत्थर दरककर खनन क्षेत्र की तरफ आया।
जांच में चलेगा पता किसका है क्षेत्र
इस संबंध में ठेकेदार वेदपाल तंवर ने बताया कि हादसा बड़ा दर्दनाक हुआ है। जहां पोकलेन आदि मशीनरी लगी हुई थी इसके दोनों ओर वन विभाग का क्षेत्र है जहां से पहाड़ खिसका है। बचाव कार्य में पूरा अमला लगा हुआ। पत्थर खिसकने वाले स्थान को लेकर वन विभाग के रेंजर दीपक यादव ने बताया कि पिल्लर चैक करने के बाद ही पता चल पाएगा की यह खनन विभाग या वन विभाग में से किस विभाग का क्षेत्र है। यहां वन विभाग की 41 हेक्टेयर जमीन है जिसमे अरावली प्लांटेशन है।
2 दिन पहले ही मिला बिजली कनेक्शन
भिवानी जिले में तोशाम इलाके के खानक और डाडम एरिया में अरावली के पहाड़ों में बड़े पैमाने पर खनन होता है। यहां का पत्थर हरियाणा के अलावा राजस्थान भी जाता है। प्रदूषण की वजह से एनजीटी ने दो महीने पहले यहां खनन पर रोक लगा दी। उसके बाद जिला प्रशासन ने इलाके में खनन बंद करवा दिया। खनन कार्यों से जुड़े लोग काफी समय से धरना-प्रदर्शन कर यहां खनन दोबारा शुरू करने की मांग उठा रहे थे। खनन पर लगी रोक हटने और एनओसी मिलने के बाद दो दिन पहले ही प्रदूषण विभाग ने यहां खनन के लिए बिजली कनेक्शन जारी किया था।
मजदूरों को मुआवजा दे सरकार
डाडम माइनिंग में हुए हादसे पर तोशाम विधायक किरण चौधरी ने कहा कि इस हादसे में जिन मजदूरों की मौत हुई है, उनके परिजनों को सरकार मुआवजा दे। उन्होंने कहा कि इस मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। किरण ने कहा, मेरी सरकार और प्रशासन से मांग है कि घायलों को तुरंत राहत मिले। किरण ने कहा तोशाम में खनन का मामला कई बार विधानसभा में उठाया है, लेकिन सरकार इसके प्रति गंभीर नहीं है। किरण ने कहा कि इस लापरवाही के पीछे जो खनन माफिया मजिम्मेदार है, उनके खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करे।