सोनीपत, 26 फरवरी (हप्र)
कुंडली बॉर्डर पर शुक्रवार को 5 किसान नेताओं ने सात घंटे नये कृषि कानूनों के नुकसान बताए। इस दौरान वेबिनार के जरिये 30 देशों के किसानों को जोड़ा गया। किसान नेताओं ने सरकार पर आंदोलन को तोड़ने के लिए उत्पीड़न के आरोप लगाए। किसान नेताओं ने सभी के सवालों के जवाब देने के साथ ही यह समझाया कि किस तरह से किसानों के साथ-साथ आम आदमी को इन कानूनों से नुकसान होगा।
वेबिनार में किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल, अभिमन्यु कोहाड़, प्रेम सिंह भंगू, डा. दर्शनपाल समेत पांच किसान नेताओं ने कृषि कानूनों से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को बताया, तो लोगों के जवाब भी दिए गए। संयुक्त किसान मोर्चा के आईटी प्रमुख बलजीत सिंह ने बताया कि वेबिनार में विदेशों से कृषि विशेषज्ञ भी जुड़े। इनमें कनाडा, स्विट्जरलैंड, यूएई, यूके, यूएस के कृषि विशेषज्ञ जुड़े और विदेशों में होने वाली खेती से अपने यहां की तुलना की गई। इसके साथ ही किस तरह से खेती को बेहतर किया जा सकता है और कृषि कानूनों से हमारे यहां की खेती को क्या-क्या नुकसान होंगे।