अम्बाला, 2 अप्रैल (निस)
अम्बाला जिले में कथित रूप से फसल पंजीकरण से पोर्टल पर ही छेड़छाड़ हो रही है और पोर्टल पर अपने आप ही किसानों की जानकारी को बदला जा रहा है। किसानों का कहना है कि अगर सरकार को पोर्टल पर अपनी मर्जी से फसलों का ब्यौरा देना है तो फिर किसानों को क्यों परेशान किया जा रहा है। जिन किसानों को दिक्कत आ रही है उनमें अम्बाला ब्लाक कांग्रेस के पूर्व प्रधान राजमोहन राणा भी हैं।
राणा ने बताया कि उनके पास करीब 60 एकड़ गेहूं की फसल है, जिसका पंजीकरण वे करा चुके हैं। उनका आरोप है कि इसमें से कुछ खेतों को खुद ही काट दिया गया है। ऐसे में वह अपनी फसल अब कहां बेचेंगे। यही कहना किसान बृजमोहन सिंह का है। उन्होंने कहा कि उनके गेहूं के रकबे में बरसीम व सरसों को जोड़ा जा रहा है, जबकि उनके इन खेतों में आज भी गेहूं की फसल है। ओमप्रकाश पिंटू का भी यही कहना है। उन्होंने बताया कि उनके पास अचानक ही मैसेज आ गया है, जिसमें बताया कि उनके एक नम्बर को खाली रखा जा रहा है। इतने समय बाद पोर्टल में बदलाव से वह परेशान हैं।
अधिकारी नहीं बता रहे कारण
किसानों का कहना है कि जब वे इस सारे बदलाव को लेकर उपायुक्त अम्बाला या फिर एसडीएम अम्बाला कैंट से सम्पर्क कर रहे हैं तो उनसे बात नहीं हो रही है। किसानों का कहना है कि वे पूरे मामले को लेकर जल्द ही भाकियू नेताओं से सम्पर्क करेंगे ताकि किसानों के साथ इस तरह की धक्केशाही न हो सके।