नारनौल, 13 मार्च (हप्र)
शुक्रवार दोपहर बाद आई तेज आंधी व ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान की भरपाई की मांग को लेकर किसान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव से मिले और विशेष गिरदावरी करवाने की मांग की हैं।
आंधी, ओलावृष्टि से खेतों में गेहूं की फसलें जमीन पर बिछ गई, वहीं सरसों की फसल पूरी तरह से तबाह को गई। इस बारे में किसान राजेन्द्र कुमार ने बताया कि शुक्रवार को तेज हवाओं के साथ बरसात के आने से खेत में 90 प्रतिशत सरसों और गेेहूं की फसल का नुकसान हुआ है। बरसात से जहां सरसों की कटाई प्रभावित हुई है, वहीं तेज हवाओं के साथ बरसात आने से गेहूं की फसल पूरी तरह खराब होने की स्थिति मेें पहुंच गई है।
कई गांवों के किसान शनिवार को बर्बाद हुई सरसों की फसल लेकर मंत्री ओमप्रकाश यादव से उनके निवास पर मिले और नुकसान को लेकर मुआवजे की मांग की। उन्होंने कहा कि जिले भर में किसान सरसों की कटाई में लगे हुए हैं। मंत्री ने किसानों को नुकसान को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बात करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि किसानों पर आये संकट के समय वे किसानों के साथ पूरी तरह से खड़े हैं।
तेज हवा के साथ बारिश से खराब हुई फसल
कनीना (निस) : कनीना क्षेत्र में शुक्रवार रात हुई 12 एमएमए बारिश से गेहूं की फसल खेतों मेें पसर गई। बारिश का पानी कनीना-महेंद्रगढ़ सड़क मार्ग पर जमा होने पर वाहनों के आवागमन से टूट गया। सड़क में बने गहरे गड्ढों से हादसों की संभावना बढ़ गई है। सरसों की कटाई के चलते किसान-मजदूर खेतों मेें काम करने में व्यस्त हो गए हैं। किसान नरेंद्र सिंह, कुलदीप सिंह, ओमप्रकाश, जगबीर सिंह, सत्यवीर सिंह, राजसिंह, सुभाष चंद ने बताया कि सरसों की फसल पक चुकी है। गेहूं और जौ की फसल पकने में पखवाड़े भर का समय लग सकता है। खंड कृषि अधिकारी डॉ. गजानंद शर्मा ने बताया कि कनीना खंड में 10590 हेक्टेयर में गेहूं, 40 हैक्टेयर में जौ, 06 हैक्टेयर में चना, 19310 हैक्टेयर में सरसों तथा 400 हेक्टेयर में हरे चारे की बिजाई की गई है जो अब तक सही खड़ी है।
एसडीएम को सौंपा ज्ञापन, की मुआवजे की मांग
नारनौल (हप्र) : शुक्रवार को गांव पटीकरा में भारी बरसात और ओलावृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई की मांग को लेकर गांव के सरपंच सुभाष यादव एवं नगर परिषद चेयरपर्सन के पति संजय सैनी के नेतृत्व में अनेक किसानों ने एसडीएम मनोज कुमार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में किसानों ने बताया कि 12 मार्च दोपहर बाद हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण उनके गांव पटीकरा में फसल का भारी नुकसान हुआ है। उनकी फसल 100 प्रतिशत नष्ट हो चुकी है। इस समय उनके गांव में सरसों गेहूं, मटर, टमाटर, तरबूज, खरबूजा और अन्य फसलें बड़ी मात्रा में बो रखे हैं, जो कि 100 प्रतिशत खराब हो चुकी हैं। वे सरकार से मांग करते है कि उनके गांव में जितना भी नुकसान हुआ है उसकी गिरदावरी की जाए। समय पर किसानों का हुए नुकसान को भरपाई की जाए।