अरविंद शर्मा / निस
जगाधरी, 29 दिसंबर
एशिया प्रसिद्ध जिले का लकड़ी उद्योग लाखों लोगों की रोजी-रोटी का जरिया बना हुआ है। यहां बिहार, छत्तीसगढ़, यूपी, पश्चिम बंगाल आदि से बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक पाॅपलर यूनिटों में काम करते हैं। बीते करीब एक साल से पाॅपलर का अच्छा भाव होने पर किसान इसकी प्लांटेशन खूब कर रहे हैं। इससे नर्सरी लगाने का काम करने वाले भी खुश हैं। यमुनानगर जिले में 90 फीसदी किसान पाॅपलर की खेती कम-ज्यादा जरूर करते हैं। जगाधरी, छछरौली, जठलाना, यमुनानगर, बूडिया, प्रतापनगर में पाॅपलर का काफी रकबा है। काफी दिनों से अच्छी क्वालिटी के पाॅपलर का रेट 14 सौ से 15 सौ रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है। इसके अलावा 11 सौ से साढ़े 12 सौ रुपये प्रति क्विंटल का रेट भी चल रहा है।
डेढ़ माह तक होगा पाॅपलर का प्लांटेशन
नर्सरी संचालकों के अनुसार बीते हफ्ते से पाॅपलर की प्लांटेशन शुरू हो गई है। दहिया पाॅपलर हाई -टैक नर्सरी के संचालक मेम सिंह दहिया, विमको कंपनी के प्रबंधक राजेश झा का कहना है कि अच्छे प्लांट का रेट 35 से 26 रुपये चल रहा है। ज्यादातर किसान 109, 110, 111 व 112 वैरायटी का पौधा लगा रहे हैं। यहां पर प्लांट यूपी, पंजाब तक जा रहा है। वहीं नर्सरी ठेकेदार गुरींद्र सिंह का कहना है कि उनके यहां से 25 से 27 रूपये तक पौधा भी जा रहा है।