रोहतक, 15 फरवरी (निस)
आंदोलनकारी किसानों के इलाज में भेदभाव का आरोप लगाते हुए किसान संगठनों ने सोमवार को पीजीआई ट्राॅमा सेंटर के बाहर प्रदर्शन किया और धरना दिया।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल के नेतृत्व में किसान सोमवार को पीजीआई के ट्राॅमा सेंटर पहुंचे और पीजीआई प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सत्यवान नरवाल ने आरोप लगाया कि गत दिनों डाॅक्टरों की लापरवाही के कारण दीपक नेहरा की इलाज के दौरान पीजीआई में मौत हुई थी। दीपक गांव से बॉर्डर पर बैठे किसानों के लिए खाद्य साम्रगी लेकर गया था और खाद्य साम्रगी बांटते वक्त हादसे का शिकार हो गया था। उसे बहादुरगढ़ स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से उसे पीजीआई रेफर कर दिया गया था। पीजीआई में दीपक की मौत हो गई थी।
किसान नेता सत्यवान ने बताया कि दीपक के कार्ड के पीछे आंदोलनकारी लिखा गया था, जिसको देखते हुए पीजीआई में डॉक्टरों ने उसका सही प्रकार से उपचार नहीं किया, जिसके चलते उसकी मौत हो गई थी। सत्यवान ने बताया कि दीपक की मौत डाक्टरों की लापरवाही से हुई है, अगर पीजीआई प्रबंधन ने दोषी डाॅक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की तो किसान पीजीआई में अनिश्चितकाल के लिए आंदोलन शुरू कर देगे।