भिवानी, 2 जनवरी (हप्र)
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि खाप समाज का आईना हैं और इनका गौरवशाली इतिहास रहा है। किसान आंदोलन के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा के कहने पर खापों ने मजबूती से साथ दिया। उन्होंने कहा कि आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है अभी तो 13 महीने की ट्रेनिंग हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान किसानों की जमीन पर है, ऐसे में सचेत रहने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि सरकार का अगला वार भूमिहीन उन किसानों पर है, जो पशु पालकर दूध बेचकर गुजर बसर करते हैं। उन्होंने कहा कि हर 26 जनवरी को दिल्ली में किसानों का ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि न तो मुकदमे वापस हुए हैं और न ही एमएसपी पर कमेटी बनी है। उन्होंने कहा कि 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी, जिसमें निर्णय लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आंदोलन की बदौलत ही जमीन और गांव को बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार हर विभाग का निजीकरण कर बेरोजगारों की फौज खड़ी कर रही है। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा हर मुद्दे को लेकर गंभीर है और अब पीछे हटने वाले नहीं हैं। जलपुरुष राजेंद्र सिंह ने कहा कि जाति-पाति का बंधन तोडक़र ही समाज आगे बढ़ सकता है।
लंबी लड़ाई के लिए रहें तैयार
नारनौंद (निस) : भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने रविवार को सीसर गांव में आयोजित किसान सम्मान समारोह में किसान आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले किसान नेता विकास सीसर को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने कई प्रदेशों में दौरा करने के बाद देखा कि दूर दराज के इलाकों के किसानों का अब तक कोई विकास नहीं हुआ। 13 माह तक चले आंदोलन के बाद तीन कृषि कानूनों की वापसी तो अभी शुरुआत है। किसानों को अभी लंबी लड़ाई के लिए तैयार होना होगा। यह संघर्ष का विराम है। सरकार इसको किसानों की कमजोरी समझने की भूल न करे।