पलवल, 15 मार्च (हप्र)
नेशनल हाईवे पर पिछले 109 दिनों से चल रहे किसानों के आंदोलन के तहत सोमवार को किसानों ने लघु सचिवालय तक पैदल मार्च निकाला। किसानों व कर्मचारियों ने निजीकरण के खिलाफ व अपनी मांगों को लेकर राष्ट्रपति के नाम जिला के अतिरिक्त उपायुक्त को एक ज्ञापन भी सौंपा। किसानों का नेतृत्व किसान आंदोलन धरना कमेटी के अध्यक्ष स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती, भाकियू के राष्ट्रीय सचिव रतन सिंह सौरोत, किसान संघर्ष समिति के मास्टर महेंद्र चौहान, भारतीय किसान मजदूर यूनियन (राष्ट्रवादी) के जिलाध्यक्ष राजेश बहीन, किसान नेता राजकुमार ओलिया, सोहनपाल चौहान आदि मुख्यरूप से कर रहे थे।
डिप्टी सीएम का होगा विरोध
नेशनल हाईवे पर चल रहे धरने पर सोमवार को किसानों ने 21 मार्च को पृथला के नारियाला गांव में प्रस्तावित होली मिलन समारोह में दुष्यंत चौटाला का विरोध जताने की रणनीति बनाई। किसान नेताओं ने कहा कि उप-मुख्यमंत्री को इस कार्यक्रम में किसी भी कीमत पर शामिल नहीं होने दिया जाएगा तथा उनका विरोध होगा। उन्होंने कहा कि किसान कृषि कानूनों को रद्द कराने और एमएसपी पर कानून बनवाने के लिये सरकार पर दबाव बनाने की हर संभव कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला खुद अपना कार्यक्रम रद्द कर दें तो ज्यादा बेहतर होगा अन्यथा उन्हें किसानों के विरोध का सामना करना पडेगा।