सफीदों, 17 नवंबर (निस)
राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के उपलक्ष्य में सफीदों के गांव सरनाखेड़ी के महामृत्युंजय प्राकृतिक चिकित्सालय परिसर में रविवार को दो दिवसीय प्राकृतिक चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया। चिकित्सालय के प्रभारी आयुर्वेदाचार्य डा. शंकरानंद सरस्वती व उनकी टीम ने इस शिविर में अनेक रोगियों को प्राकृतिक, आयुर्वेदिक पद्धति से नि:शुल्क उपचार दिया और रोगों से बचाव के टिप्स भी दिए। इस मौके पर उपचार लाभ पाने वालों में उच्च रक्तचाप, मधुमेह, आर्थराइटिस, गैस, कब्ज, अम्लपित्त व अन्य रोगों से ग्रस्त लोग शामिल थे। डाॅ. सरस्वती ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली चिकित्सा की बेहतरीन विधि है, जिसका लक्ष्य प्रकृति में उपलब्ध तत्वों के उचित इस्तेमाल द्वारा रोग को मूल से व इसके कारण को नष्ट करना है। यह न केवल एक चिकित्सा पद्धति है बल्कि मानव शरीर में उपस्थित आंतरिक महत्वपूर्ण शक्तियों या प्राकृतिक तत्वों के सही प्रयोग के साथ जीने की शैली है। उन्होंने बताया कि सोमवार को शिविर के दूसरे दिन चिकित्सा शिविर के साथ-साथ प्राकृतिक चिकित्सा से संबंधित विशेष गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इस गोष्ठी में प्राकृतिक चिकित्सा से जुड़े विद्वान इस चिकित्सा पद्धति के बारे में विस्तार से बताएंगे। गोष्ठी में अनेक अधिकारी व समाज के अनेक गण्यमान्य लोग भी शिरकत करेंगे।