सोनीपत, 30 जून (हप्र)
पिछले 4 माह से संचालित किए जा रहे ईंट-भट्ठों की चिमनियां एक जुलाई से धुआं उगलना बंद कर देंगी। एनजीटी के निर्देशों के बाद ईंट-भट्ठों का संचालन 30 जून तक ही किया जा सकता है। ऐसे में अगर सोमवार से ईंट-भट्ठों का संचालन होता पाया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने इस संबंध में जिले के सभी ईंट-भट्ठों संचालकों को निर्देश भी जारी किए हैं।
दरअसल, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए एनजीटी ने ईंट-भट्ठों को एक मार्च से 30 जून तक ही संचालित करने के निर्देश जारी किए हुए हैं। सोनीपत जिले में 200 से अधिक ईंट-भट्ठे संचालित किए जा रहे हैं। यह बात अलग है कि सभी ईंट-भट्ठों पर जिग जैग प्रणाली लागू की गई हैं। इससे ईंधन जलने के बाद उसके अवशेष चिमनी के चैंबर में ही गिर जाते हैं और ऊपर सिर्फ धुंआ ही जाता है। इससे वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। ईंट-भट्ठों के बंद होने के बाद ईंटों के भाव बढ़ने की संभावना रहती है। हालांकि इस बार ऐसा नहीं होने की संभावना भी है, क्योंकि सोनीपत जिले में दिल्ली-एनसीआर के बाहर से ईंटें पहुंच रही हैं। ऐसे में इस बार जिलावासियों को ईंटों की कमी नहीं खलेगी। मौजूदा समय में प्रति एक हजार ईंट का भाव गुणवत्ता के आधार पर 6 हजार रुपये से लेकर 7500 रुपये बना हुआ है।
बरसात के बाद वायु गुणवत्ता का स्तर अच्छा, एक्यूआई 80
सोनीपत जिले में पिछले एक सप्ताह से चल रही प्री मानसून व मानसून की गतिविधियों के कारण कई बार बरसात हो चुकी है। इसके चलते वायु गुणवत्ता का स्तर लगातार बेहतर होता जा रहा है। रविवार को सोनीपत में एक्यूआई 80 दर्ज किया गया। इसे अच्छा माना जाता है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को जिले के अधिकतर क्षेत्रों में बरसात हो सकती है। ऐसे में वायु गुणवत्ता के स्तर में सुधार बना रहेगा। वहीं, आसमान में धुंआ उगल रहे 200 से अधिक ईंट भट्ठों के सोमवार से बंद होने से जिले में एक्यूआई में और सुधार होना तय है।
”एनजीटी के आदेशों के अनुसार 30 जून तक ही ईंट-भट्ठों का संचालन किया जा सकता है। ईंट-भट्ठे तय समय पर बंद कर दिए जाएंगे। एसोसिएशन द्वारा सभी ईंट-भट्ठा संचालकों को मैसेज किया जा चुका है। ईंटों के भावों में बढ़ोतरी की संभावना इस बार कम है, क्योंकि अब दिल्ली-एनसीआर के बाहर से ईंटों की आपूर्ति हो रही है।” -धर्मेंद्र सिंह, अध्यक्ष जिला ईंट-भट्ठा एसोसिएशन