चंडीगढ़, 16 मार्च (ट्रिन्यू)
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरणों के सेक्टरों के प्लाटधारकों के एन्हांसमेंट विवाद पर मंगलवार को विधानसभा में हंगामा हुआ। रोहतक से विधायक भारत भूषण बतरा सहित कांग्रेस के कई विधायकों द्वारा दिए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान इस मामले में पक्ष और विपक्ष में तीखी बहस हुई। बतरा ने एचएसवीपी द्वारा प्लॉटधारकों में कई साल बाद नोटिस जारी करने तथा पार्क, स्कूल व कम्युनिटी सेंटर आदि की एन्हांसमेंट भी डालने का विरोध किया। प्रस्ताव पर जवाब देते हुए सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि एन्हांसमेंट के लिए 3 मार्च से फुल एंड फाइनल सेटलमेंट स्कीम लागू की जा चुकी है। यह 30 अप्रैल तक जारी रहेगी। योजना के तहत अभी तक 762 प्लाटधारकों को 31.10 करोड़ रुपये का लाभ हासिल कर चुके हैं। सीएम ने कहा कि योजना के तहत 15430 प्लाटधारकों का 823 करोड़ रुपये का एन्हांसमेंट सेटलमेंट होगा। इसके तहत 20 से 80 प्रतिशत तक का लाभ लोगों को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के गठन से लेकर यह समस्या चली आ रही थी। 2017 में यह मुद्दा हमारे संज्ञान में आया तो हमने निर्णय लिया कि सभी एन्हांसमेंट के मामलों के नोटिस एक साथ जारी किए गए। 2017 में एक कमेटी गठित की गई था। 15 मई, 2018 को जब वन टाइम सेटलमेंट स्कीम लाई गई तो लगभग 60 हजार डिफाल्टर थे। 16 जुलाई तक जारी इस स्कीम में 24,163 लोगों को 40 प्रतिशत की दर से 568 करोड़ रुपये का रिबेट दिया गया है।
इसके बाद लास्ट एंड फाइनल सेटलमेंट स्कीम के तहत पहली नवंबर, 2018 से 30 नवंबर, 2018 तक 37.50 प्रतिशत की दर से 4027 लोगों को 93 करोड़ रुपये की रिबेट दी गई। इसके बाद लगभग 15-16 हजार लोगों ने विदआउट रिबेट पैसा जमा करवा दिया था। शेष 15000 लोगों ने अपनी वास्तविक एन्हांसमेंट की गणना जाननी चाहिए, जिसके लिए सेवानिवृत्त जजों की तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था।
सेक्टर में सामुदायिक केंद्र और स्कूल के लिए चिह्नित जगह की एन्हांसमेंट पर सीएम ने कहा कि प्राधिकरण की पहले से ही चल रही योजना के तहत यह पैसा भी प्लॉटधारकों पर ही पड़ा। 2014 से पहले के एन्हांसमेंट नोटिस किन कारणों से जारी नहीं किए गए।
हूडा पर सीएम की चुटकी
सीएम ने कहा, हमने हूडा यानी एचयूडीए का नाम बदला नहीं है बल्कि इसका हिंदी रूपांतरण कर इसे ‘हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण’ (एचएसवीपी) किया है। एक किस्सा सुनाते हुए सीएम ने कहा, ‘एक विदेशी सज्जन आए तो जगह-जगह हूडा प्लॉट लिखे देखे तो कहा कि हूडा इज सच ए रिच पर्सन। फिर उन्हें बताया गया कि ये वे हुड्डा नहीं हैं बल्कि हूडा है। इसलिए इसका नाम एचएसवीपी किया गया। पलटवार करते हुए पूर्व सीएम हुड्डा बोले, ‘हमारे समय लोग समझ गए थे कि हुड्डा का मतलब है हरियाणा ओवरऑल डेवलपमेंट अथॉरिटी’। इस पर चुटकी लेते हुए स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा, लोग तो हरासमेंट टिल डेथ अथॉरिटी भी कहा करते थे।