कुरुक्षेत्र, 22 अक्तूबर (हप्र)
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के गैर शिक्षक कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। कर्मचारियों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन न तो कर्मचारियों की पिछले काफी समय से लंबित मांगों को पूरा कर रहा है और साथ ही कर्मचारी विरोधी कानून भी बनाने में व्यस्त है। कर्मचारियों ने बताया कि कल 23 अक्तूबर को होने जा रही विश्वविद्यालय की कार्यकारिणी बैठक में कर्मचारियों की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट लिखने के समय यह देखा जाएगा कि जहां कर्मचारी काम करता है उस विभाग या ब्रांच में किसी काम के लिए कोई पैसा एडवांस तो नहीं लिया हुआ है। यदि लिया हुआ है तो वह एडजस्ट हुआ कि नहीं। कर्मचारियों को डर है कि गोपनीय रिपोर्ट लिखने के नियमों में यह क्लाॅज शामिल होने के बाद कर्मचारियों की रिपोर्ट कभी भी खराब हो सकती है। उनका कहना है कि एडवांस एडजस्ट करने की ड्यूटी विभागाध्यक्ष की होनी चाहिए न कि तृतीय श्रेणी कर्मचारियों की। उन्होंने मांग की है कि कार्यकारिणी की बैठक के लिए बनाए गए एजेंडे में से कर्मचारियों की गोपनीय रिपोर्ट से संबंधित एजेंडा नंबर 10 और 11 वापस लिया जाए।
विश्वविद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारी संघ (कुंटिया) के अध्यक्ष नीलकंठ शर्मा तथा महासचिव यशपाल सैनी ने इस एजेंडे के विषय पर रोष प्रकट करते हुए कुंटिया के अध्यक्ष बृहस्पतिवार को विश्वविद्यालय की कुलपति से भी मिले हैं।
उन्होंने कुलपति को सारी बात बताते हुए इस एजेंडे को वापस लेने की मांग भी की है। कुंटिया के महासचिव यशपाल सैनी ने बताया कि यदि कल कार्यकारिणी की बैठक में यह एजेंडा पास होगा तो कुंटिया कल भी प्रदर्शन कर सकती है।