भिवानी, 31 अगस्त (हप्र)
गौरक्षा दल भिवानी ने नगर परिषद के एक कर्मचारी पर ड्यूटी में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए दो गौवंश व एक पिल्ले की मौत का जिम्मेवार ठहराया है।
गौरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार के नेतृत्व में गौसेवकों ने शनिवार को शहर में प्रदर्शन किया तथा मृत पशुओं को लेकर सांसद धर्मबीर सिंह के निवास के समक्ष धरना दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि उपायुक्त आवास द्वारा फोन करने के बाद भी सफाई निरीक्षक ने बीमार गौवंश के उपचार के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं की। गौरक्षकों के धरने को देखते हुए औद्योगिक क्षेत्र थाना के एसएचओ व नगर परिषद चेयरपर्सन प्रतिनिधि भवानी प्रताप पहुंचे तथा गौरक्षकों का धरना समाप्त करवाने का प्रयास किया, लेकिन गौरक्षक सफाई निरीक्षक पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे। चेयरपर्सन प्रतिनिधि भवानी प्रताप ने मामले को शांत करवाया।
गौरक्षा भिवानी के प्रधान संजय परमार ने बताया कि बीती रात करीब 8 बजे उनके पास दो गौवंश व पिल्ले के बीमार होने की सूचना आई, लेकिन गौरक्षक एक गाय का ऑपरेशन करवाने में व्यस्त थे तो उन्होंने नगर परिषद में फोन करने की सलाह शिकायकर्ता को दी। जब आम नागरिक ने नगर परिषद के सफाई निरीक्षक से बीमार गौवंश व पिल्ले की उपचार के लिए मदद मांगी तो उन्होंने कहा कि रात 8 बजे बाद उनके पास कोई व्यवस्था नहीं है तथा इतना कहकर सफाई निरीक्षक ने फोन काट दिया तथा नंबर ब्लॉक कर दिया। इसके बाद भी जितने भी सेवा के फोन आए, उन्हें बिना सुने ही सफाई निरीक्षक द्वारा ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया। संजय परमार ने कहा कि यदि सफाई निरीक्षक यह लापरवाही नहीं बरतते तो बीमार गौवंश व अन्य पशु की जान बच सकती थी। नगर परिषद चेयरपर्सन प्रतिनिधि ने इसके बाद गौसेवा के लिए एक पुलिस कर्मी की जिम्मेदारी लगाई है। वहीं सफाई निरीक्षक को निर्देश दिए हैं कि वे अपनी ड्यूटी में कोताही न बरते तथा किसी का नंबर भी ब्लैक लिस्ट में न डालें। इस आश्वासन के बाद गौरक्षकों ने अपना धरना खत्म किया। इस अवसर पर बंसी पालुवास, साहिल, मोहन कलिंगा, कुकी परमार, आदि तंवर, गौरव, केशव, आदित्य, डोलिया, बंसी पालुवास, साहिल रोहिल्ला, सचिन जाट, सूरज, मोहन, छोटू, गौरव किराड मौजूद रहे।