फतेहाबाद/रतिया/टोहाना, 15 जुलाई (निस)
फतेहाबाद में घग्घर के कारण आई बाढ़ ने विकराल रूप धारण करना शुरू कर दिया है। अब बाढ़ की चौतरफा मार जिले को पड़ना शुरू हो चुकी है, जिससे स्थिति बेकाबू होती नजर आ रही है। देर रात रतिया के आधा दर्जन गांवों के पास घग्घर ओवरफ्लो हो गई। शनिवार तड़के जाखल के चांदपुरा साइफन पर पानी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगा, जिससे बांध टूट गया। यह बांध पंजाब क्षेत्र की तरफ टूटा है और इससे जाखल के गांवों के साथ-साथ पंजाब के मानसा जिले के गांवों को भी खतरा पैदा हो गया है। इससे पहले देर शाम प्रशासन ने जाखल के तीन गांवों सिधानी, साधनवास, चांदपुरा में ग्रामीणों के आपसी तनाव को देखते हुए धारा 144 लागू कर दी थी। हिम्मतपुरा के आसपास ढाणी तक पानी पहुंच गया तो दोपहर को तलवाड़ा गांव के स्कूल व कुछ आबादी में भी पानी आ गया। हालांकि अभी तक लोग सुरक्षित हैं। डीसी मनदीप कौर एवं एसपी आस्था मोदी ने टीमों के साथ चांदपुरा, चिम्मो, लांबा, रतिया पुल सहित तमाम क्षेत्रों का निरीक्षण कर जायजा लिया। डीसी ने कहा कि फतेहाबाद शहर में अभी तक पानी आने की कोई संभावना नहीं है, इसलिए नागरिक घबराएं नहीं। उन्होंने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में घूम रहे लोगों से आह्वान किया कि वह पानी से बचें। कहीं भी खाद्य सामग्री व पेयजल की समस्या नहीं है। प्रशासन ने सभी पुख्ता प्रबंध कर रखे हैं। जरूरतमंदों के लिए संबंधित गांवों के गुरुद्वारों में भोजन की व्यवस्था की जा रही है और पशु चारे की भी समस्याएं नहीं है।
उधर अपनी क्षमता से अधिक पानी ओटने वाला रंगोई नाला भी दो जगहों से टूट गया। सुबह तीन बजे के आसपास गांव शकरपुरा के पास रंगोई नाला में 100 फुट के करीब लंबी दरार आई। इसके बाद रत्ताथेह के पास भी यह नाला टूट गया।
आज सुबह चांदपुरा साइफन पर घग्घर का बहाव क्षमता 22 हजार क्यूसेक से ज्यादा 22 हजार 490 क्यूसेक हो गया। जिसके चलते करीब 5 बजे साइफन के पास ही पंजाब की तरफ बड़ा कटाव आ गया। यहां से बेहद तेजी से पानी निकल रहा है। इस तरफ से पानी जाखल के बाकी बचे क्षेत्र के साथ-साथ मानसा जिले के गांवों को चपेट में लेगा।
15 हजार एकड़ फसल पानी में डूबी
कुछ दिन पहले पंजाब के मकरौड़ साहिब के पास टूटी घग्घर का पानी भी बलरां की तरफ से जाखल को बढ़ना शुरू हो गया है। यहां पर बता दें कि बलरां के पास इस पानी को 5 फुट ऊंची बलरां-मुनक सड़क ने रोका हुआ था, लेकिन कल शाम को बलरां के लोगों ने जेसीबी की सहायता से इस सड़क को उखाड़ फेंका, जिससे पानी हरियाणा की तरफ आना शुरू हुआ। पिछले दो दिन से जाखल के पूर्ण माजरा, कासिमपुर, उदयपुर, नड़ैल, मामुपुर, चुहड़पुर, चिल्लेवाल, गिरनो, तलवाड़ा, तलवाड़ी, साधनवास, चांदपुरा, खैरपुर, हिम्मतपुरा सहित टोहाना के कुछ गांवों तक पहुंच चुका था तो वहीं चांदपुरा के पास घग्घर टूटने से स्थिति और बिगड़ेगी। 15 हजार से ज्यादा एकड़ में फसलें डूब चुकी हैं।