ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 16 नवंबर
कैथल में किसी अंधेरी सड़क पर ड्राइव करते वक्त यदि आगे कोई लाल-सी चमकती चीज दिखे, तो समझ जायें कि वहां कोई मवेशी है। वह चमकती चीज किसी गाय या सांड के सींग हो सकते हैं। दरअसल रात के वक्त सड़कों पर लावारिस मवेशियों के कारण होने वाले हादसे रोकने के लिए गौ रक्षा सेवा दल की यह एक अनूठी पहल की है।
राजौंद में गौ रक्षा सेवा दल के सदस्यों ने लावारिस मवेशियों के सींगों पर रेडियम रिफलेक्टर लगाने का अभियान शुरू किया है। इससे अंधेरे में मवेशियों के सींग चमकेंगे और वाहन वाहन चालकों को दूर से ही संभलने का मौका मिल जाएगा। गायों के गले और सींगों में चमकीली टेप की पट्टी डालकर गौ माता को दुर्घटना से बचाने के लिए कार्य किया। इससे आमजन भी दुर्घटना से बचेगा।
गौ रक्षा सेवा दल के प्रधान भूपेंद्र सिंह ने बताया कि गौ माता सड़क पर कई बार दुर्घटनाओं के कारण काफी चोटिल हो जाती है। जिसकी गौ रक्षा दल समय-समय पर उनका उपचार भी करवाता है लेकिन गौ वंश के साथ-साथ आम जन भी घटना का शिकार हो जाते हैं, इसलिए गौ माता के गले चमकीली टेप डालकर यह दुर्घटना पर अंकुश लगाने के लिए इस कार्य को किया गया है। उन्होंने सभी से अपील की है कि जो गौ माता सर्दी के मौसम में सड़क पर घूमती है और इन दिनों कोहरा भी काफी पड़ रहा है इसलिए थोड़ा वाहनों को धीमी गति से चलाएं ताकि वह खुद भी सुरक्षित रह सके और वह माता भी किसी घटना का शिकार न हो। इस दौरान सचिन राणा चेतन राणा गुल्लू अमन देव राज उपदेश कुशल पाल सहित कई गौ सेवक मौजूद थे।
इन मौतों का जिम्मेदार कौन : जीवन रक्षक दल
इस बारे में जीवन रक्षक दल के प्रधान एवं समाजसेवी राजू डोहर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में केवल कैथल शहर शहर में 4 लोगों की मौत हो चुकी है। 20 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से जख्मी हो चुके हैं। कई लोग आज भी बिस्तर पर पड़े हैं। उन्होंने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए जीवन रक्षक नगर परिषद कार्यालय के सामने कई बार धरना दे चुके हैं। प्रशासन के सामने कई बार समस्या के समाधान की गुहार लगा चुके हैं। जगह-जगह घूम रही गायों को गौशालाओं में ले जाने के लिए प्रशासन कुछ नहीं कर रहा। ऐसे में हर दिन दुर्घटनाएं हो रही है। इन दुर्घटनाओं को रोकने में भी प्रशासन नाकामयाब है। सैकड़ों लोग जख्मी हो चुके हैं।हमारा प्रशासन से एक सवाल है कि इन मौतों का जिम्मेदार कौन है।