रादौर, 25 अप्रैल (निस)
प्रदेश के एकमात्र हल्दी प्रोसेसिंग प्लांट की मशीनों पर 6 साल से जमा धूल जल्द हट जाएगी, अब सरकार ने इसकी सुध ली है। प्लांट को दोबारा चालू करने के लिए 6 करोड़ 69 लाख रुपये खर्च कर आधुनिक मशीनें लगाई जाएंगी और इसकी क्षमता बढ़ाई जाएगी। टेंडर अलाॅट होने के बाद प्लांट में निर्माण कार्य शुरू हो गया है। रादौर अनाजमंडी चौक के समीप बापौली रोड पर वर्ष 2009 में 60 लाख की लागत से हैफेड ने हल्दी प्रोसेसिंग प्लांट लगाया गया था। प्लांट लगने के बाद किसानों ने हल्दी की फसल तैयार करने में काफी रुचि दिखाई थी, लेकिन पूरे भाव न मिलने के कारण किसानों का रुझान घट गया। घाटे का सौदा साबित होने पर सरकार ने जुलाई 2016 में रादौर के हल्दी प्रोसेसिंग प्लांट को बंद कर दिया।