चंडीगढ़, 20 नवंबर (ट्रिन्यू)
उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों के अस्पतालों में हो चुकी आग लगने की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राज्य के सभी सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों के लिए फायर एनओसी लेना अनिवार्य किया जाए। इसके लिए संबंधित विभाग के साथ मिलकर अस्पतालों की जांच भी की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री बुधवार को चंडीगढ़ में अधिकारियों की बैठक ले रही थीं।
हरियाणा के अस्पतालों में भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। बुधवार को रेवाड़ी के अस्पताल में भी आग लगने की घटना सामने आ चुकी है। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को यह निर्देश जारी किए हैं। आरती सिंह राव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में निर्माणाधीन अस्पतालों के कार्यों में तेजी लाएं ताकि नागरिकों को जल्द से जल्द स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाई जा सकें। बैठक के दौरान उन्होंने विभाग में रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया मंन तेजी लाने के निर्देश दिए।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया गया कि हिसार के गांव मय्यड़ में 50 बिस्तरों वाले आयुष अस्पताल के भवन का कार्य 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। लगभग 10.85 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस अस्पताल के आगामी 8 से 9 महीने में पूरा होने का अनुमान है। आरती राव ने इस अस्पताल का काम जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में ओपीडी जून 2024 से चालू हो गई है, जहां कई तरह की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। शेष सेवाएं निर्माण कार्य के पूरा होने के बाद शुरू की जाएंगी, तभी इनपेशेंट डिपार्टमेंट (आईपीडी) शुरू किया जाएगा। बैठक में आकेड़ा, नूंह में 60-बेड वाले सरकारी यूनानी कॉलेज और अस्पताल परियोजना के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई।