रेवाड़ी, 12 अक्तूबर (निस)
एम्स संघर्ष समिति के बैनर तले जिले के गांव माजरा व आसपास के ग्रामीणों ने प्रस्तावित एम्स के लिए दी गई जमीन को ट्रांसफर कराने व मुआवजा देने की मांग को लेकर जिला सचिवालय के गेट पर प्रदर्शन किया। ग्रामीण सचिवालय के गेट पर कुछ देर धरना देकर बैठ गए और नारेबाजी करते रहे। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम डीसी यशेन्द्र सिंह को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में मनेठी एम्स संघर्ष समिति के प्रधान श्योताज सरपंच, पार्षद आजाद सिंह नांधा, ओमप्रकाश सेन, पंच विनोद कुमार, एडवोकेट राजेंद्र सिंह आदि ने कहा कि वर्ष 2015 में एम्स बनाने की घोषणा हुई थी। उसके बाद 2019 में एम्स की अधिकारिक घोषणा खुद प्रधानमंत्री ने कुरुक्षेत्र रैली में की थी। उन्होंने एम्स के लिए गांव माजरा के किसानों ने सरकार के ई-भूमि पोर्टल पर 291 एकड़ जमीन अपलोड कर दी। सरकार से जमीन के मुआवजे पर सहमति हुए 4 माह बीत गए हैं लेकिन सरकार जमीन अपने नाम करा मुआवजा देने में देरी कर रही है। उन्होंने कहा कि जल्द सरकार जमीन अपने नाम कराए और किसानों को उचित मुआवजा दे।
आश्वासन के बाद लौटे ग्रामीण
अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों की बात सुनी और जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। उसके बाद ग्रामीण ज्ञापन देकर वापस लौट गए। किसानों की नजर अब बुधवार को चंडीगढ़ में होने वाली हाई लेवल मीटिंग पर टिकी है।