चंडीगढ़, 29 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा के पूर्व सीएम एवं विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि उखेड़ा और सफेद मक्खी की बीमारी ने प्रदेशभर में नरमा की फसल को बर्बाद कर दिया है। इससे किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है। इसलिए सरकार को बिना देरी के स्पेशल गिरदावरी करवाकर सभी प्रभावित किसानों को कम से कम 30 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देना चाहिए।
शनिवार को जारी बयान में हुड्डा ने कहा कि किसान कपास की अच्छी पैदावार लेने के लिए अपनी तरफ से सारी लागत लगा चुके थे, लेकिन फसल तैयार होने से पहले ही बीमारी की चपेट में आ गई। ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि किसान को उचित मुआवजा दे। किसान देश का अन्नदाता है, जिसने कोरोना जैसी महामारी के दौर में भी देश को अन्न, सब्जी और दूध की कमी महसूस नहीं होने दी। ऐसे में आज अगर उसकी फसल को नुकसान होता है तो सरकार की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह उसके जख्मों पर मरहम लगाए।
पूर्व सीएम ने कहा कि पिछले साल ओलावृष्टि से प्रदेश के कई जिलों में रबी की फसल खराब हो गई थी। उसका मुआवजा भी किसानों को अबतक नहीं मिला है। मुआवजा बांटने का काम अधिकारियों की लापरवाही के चलते लंबे समय से अटका हुआ है। सरकार को इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और किसानों को जल्दी राहत पहुंचानी चाहिए। हुड्डा ने कहा, किसान कंगाल हो रहे हैं। सरकार प्राइवेट बीमा कंपनियों को मालामाल करने में लगी है। यही वजह है कि खेती की बढ़ी लागत और महंगाई के बावजूद प्रधानमंत्री फसल बीमा की प्रीमियम राशि में भी बढ़ोतरी कर दी गई।