दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 17 मार्च
पड़ोसी राज्य पंजाब की राजनीति में हुए बदलाव का असर हरियाणा में भी देखने को मिल रहा है। बेशक, हरियाण में विधानसभा चुनाव अभी दूर हैं, लेकिन भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार अभी से ‘चुनावी मोड’ में आने को तैयार है। अब ग्राउंड पर काम होगा। वर्करों व आम लोगों से सीधा संवाद होगा और उनकी नब्ज टटोली जाएगी। आने वाले दिनों में सरकार की कार्यशैली में भी बड़ा ‘बदलाव’ देखने को मिल सकता है।
बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में हुई भाजपा की ‘छोटी टोली’ की बैठक में कई मुद्दों व प्रदेश की राजनीति को लेकर विचार-विमर्श हुआ। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सीएम मनोहर लाल खट्टर, प्रदेश के संगठन महामंत्री रविंद्र राजू, तीनों प्रदेश महामंत्री वेदपाल, पवन सैनी व मोहनलाल कौशिक मौजूद रहे। बैठक में पंजाब के चुनावी नतीजों के अलावा और भी कई मामलों को लेकर चर्चा हुई।
बैठक में तय किया गया कि मुख्यमंत्री द्वारा पेश किए गए प्रदेश सरकार के सालाना बजट को लेकर लोगों के बीच जाया जाएगा। बजट सत्र 22 मार्च तक चलेगा। ऐसे में 26 मार्च को मुख्यमंत्री बजट को लेकर हिसार से सेमीनार की शुरुआत करेंगे। इस सेमीनार में समाज के अलग-अलग वर्गों के प्रतिनिधियों, आम लोगों के अलावा पार्टी वर्कर भी मौजूद रहेंगे। बैठक में प्रदेश के विभिन्न वर्गों के लिए की गई घोषणाओं व नयी योजनाओं के बारे में लोगों को बताया जाएगा। इतना ही नहीं, सरकार के सभी मंत्रियों की भी जिलावार ड्यूटी लगेगी, जिससे वे सेमीनार आयोजित कर सकें। मंत्रियों के पास जिन-जिन मंत्रालयों की जिम्मेदारी है, उन विभागों में सरकार द्वारा किए गए नये प्रावधानों व आम लोगों से जुड़ी योजनाओं के बारे में लोगों को बताया जाएगा। सरकार की इस पूरी कवायद को आने वाले दिनों में 48 नगर परिषद और नगर पालिकाओं में होने वाले चुनावों से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
नयी दिल्ली के बाद आम आदमी पार्टी पंजाब में प्रचंड़ बहुमत से सरकार बना चुकी है। आप का अगला लक्षय हरियाणा भी है। इस कड़ी में आप ने निकाय चुनाव भी पार्टी सिम्बल पर लड़ने का ऐलान कर दिया है। हरियाणा के नेताओं की आप में एंट्री शुरू हो गई है। आप की राज्य में बढ़ती सक्रियता पर भी छोटी टोली की बैठक में चर्चा होने की सूचना है। माना यही जा रहा है कि लगातार दूसरी बार सत्तारूढ़ भाजपा अब ‘आप’ को हलके में नहीं लेगी।
4 रैलियां भी करने की योजना
मुख्यमंत्री की प्रदेश के चार शहरों में रैलियां करने की भी योजना है। हिसार, पंचकूला, जींद और फरीदाबाद में रैलियां होने के आसार हैं। पिछले दिनों इन कार्यक्रमों को लेकर सीएम पार्टी संगठन को भी बता चुके हैं। हरियाणा मामलों के प्रभारी विनोद तावड़े के साथ भी उनकी बैठक हो चुकी है। यही नहीं, पार्टी के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार प्रो़ रामबिलास शर्मा सरीखे कई नेता भी अब फील्ड में सक्रियता बढ़ाने के लिए सरकार व संगठन को सुझाव दे चुके हैं।
2 साल से रुकी थी गतिविधियां
कोरोना महामारी की वजह से करीब दो वर्षों तक सक्रियता काफी कम हो गई थी। बेशक, इस दौरान भी जिलों में मुख्यमंत्री व अन्य मंत्रियों के कार्यक्रम होते रहे लेकिन अब नये सिरे से सरकार एक्टिव होगी। एक साल से भी अधिक समय तक दिल्ली बार्डर पर चले किसान आंदोलन के चलते भी सरकार के मंत्री और विधायक फील्ड में चाहते हुए भी कार्यक्रम नहीं कर पाए थे। अब मुख्यमंत्री व उनके कैबिनेट सहयोगियों के अलावा सभी सांसदों व विधायकों को भी ग्राउंड में एक्टिव करने की तैयारी है ताकि लोगों से सीधा संवाद स्थापित हो सके।