कुरुक्षेत्र, 19 अक्तूबर (हप्र)
वर्तमान सरकार द्वारा निजीकरण को बढ़ावा देने के लिए आए दिन विभिन्न विभागों को बंद करने का जो निर्णय लिया जा रहा है, उससे कर्मचारियों में सरकार के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में आज आंगनवाड़ी वर्कर एंड हैल्पर यूनियन ने निजीकरण के विरोध में लघु सचिवालय पर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। धरने की अध्यक्षता जिला प्रधान कलावती ने की।
धरने के दौरान आंगनवाड़ी वर्करों को संबोधित करते हुए कलावती ने कहा कि सरकार 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए प्लेवे स्कूूल खोलकर एनजीओ को देने की बात कर रही है और सरकार निजीकरण के माध्यम से आंगनवाड़ियों को बंद करना चाहती है, आंगनवाड़ी वर्कर इसके विरोध में हैं।
उन्होंने कहा कि प्लेवे स्कूल प्राइवेट संस्थाओं को सौंपने का फैसला सरकार वापस ले, नहीं तो हरियाणा की आंगनवाड़ी वर्कर आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगी। उन्होंने मांग की कि बीए, एमए, एनटीटी की शर्त को हटाकर सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों को तब्दील किया जाए। इतना ही नहीं 2018 में सरकार के साथ जो समझौता हुआ था उसे जल्द लागू किया जाए। प्रधानमंत्री ने मन की बात में आंगनवाड़ी वर्कर के 1500 रूपए व हैल्पर के 750 रुपए लागू किए थे। उस राशि का भी जल्द भुगतान किया जाए। जिन आंगनवाड़ी वर्कर सुमित्रा रेवाड़ी, बिन्दर पंचकूला की डयूटी के दौरान मृत्यु हो गई है उन्हें 50 लाख रुपए की राशि और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए।
आंगनवाड़ी वर्कर को मिले कोरोना योद्धा का दर्जा
प्रदर्शनकारी आंगनवाड़ी वर्करों ने कहा कि उन्हें न तो कोई सुरक्षा प्रदान की गई है, न ही कोरोना संक्रमित होने के बाद उचित इलाज की व्यवस्था। उन्होंने अधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से अपनी इन सभी मांगों को पूरा करवाने की मांग के साथ-साथ सरकार से ये भी मांग की कि आंगनवाड़ी वर्कर को कोरोना योद्धा का दर्जा दिया जाए।
अभिभावकों के व्हाट्सएप ग्रुप तैयार करना टेढ़ी खीर
यमुनानगर (हप्र) : हरियाणा सरकार ने प्रदेशभर की 26000 आंगनवाड़ी में आने वाले 3 से 6 साल के बच्चों के अभिभावकों के व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के निर्देश जारी किए हैं, लेकिन हकीकत यह है कि आधे से ज्यादा अभिभावकों के पास टच फोन नहीं है। ऐसे में आंगनवाड़ी वर्कर बार-बार लोगों से अनुरोध कर रहे हैं कि वह फोन खरीदें। ऐसे लोग भी बहुत हैं जिनके पास टच फोन खरीदने की गुंजाइश ही नहीं है। लगातार आ रही परेशानियों के बाद आंगनवाड़ी वर्करों ने हाथ खड़े करने शुरू कर दिए हैं। आंगनवाड़ी वर्कर एंड हेल्पर यूनियन संबंधित सर्व कर्मचारी संघ और सीटू की मीटिंग दशहरा ग्राउंड में संपन्न हुई जिसमें 26 अक्तूबर को रोहतक में होने वाली प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को लेकर चर्चा की गई। साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा एक के बाद एक तानाशाही आदेशों को जारी करने की निंदा की गई।