सोनीपत, 24 अक्तूबर (निस)
पश्चिमी विक्षोभ के चलते रविवार शाम को जिले में बारिश के साथ-साथ कई गांवों में ओलावृष्टि भी हुई है। ओलावृष्टि से खेतों पक कर कटने के लिए तैयार खड़ी धान की फसल में नुकसान पहुंचा। पहले से खेतों में भरा पानी अभी निकला था नहीं था कि आज फिर से हुई बारिश ने किसानों की चिंता और परेशानी को बढ़ा दिया है। रविवार शाम को जिले में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। सोनीपत ब्लॉक में शाम करीब सात बजे तक सबसे अधिक करीब 16 एमएम बारिश हुई। वहीं राई, गोहाना, खरखौदा, गन्नौर व खानपुर कलां में एक से दो एमएम बारिश हुई। पहले ही बारिश से खेतों में पानी भरा था। अब समस्या और बढ़ गई है।
इन गांवों में ओलावृष्टि के चलते हुआ अधिक नुकसान : गांव रोहट, झरोठ, फतेहपुर, ककरोई, नकलोई, खांडा, भठगांव आदि में ओलावृष्टि की खबर है। खेतों में खड़ी करीब 20 फीसदी धान की फसल पर इसका बुरा असर पड़ेगा। इससे धान का दाना खराब हो जाएगा। इससे पैदावर कम होने के साथ ही उसका दाम भी कम मिलेगा। खांडा निवासी किसान सतीश, सत्ते, सोमबीर आदि का कहना है कि अभी न केवल धान की फसल खेतों में खड़ी है, वहीं कई अन्य फसलें भी रविवार की शाम को हुई ओलावृष्टि की चपेट में आ गई हैं।
किसान के माथे पर खिंची चिंता की लकीरें
नूंह/मेवात (निस) : जिला में कई जगहों पर रविवार देर सायं आई बरसात ने जहां किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। वहीं, मंडियों में आ रही धान, बाजरे की फसल इसकी चपेट में आ गई। किसानों की कटी व खड़ी फसल इससे प्रभावित हो रही है।
बहादुरगढ़ में तेज बारिश, कई जगह भरा पानी
बहादुरगढ़ (निस) : क्षेत्र में रविवार को तेज हवाओं व गर्ज के साथ हुई बारिश के दौरान कुछ देर तक ओले भी गिरे। कई सड़कों व गलियों में पानी भरने से कीचड़ भी बन गया। बारिश के चलते ठंड बढ़ेगी, वहीं मच्छरजनित बीमारियों की जकड़ में आने को लेकर लोग चिंतित भी नजर आये। पहले ही मानसून के दौरान हुई बारिश के चलते बहादुरगढ़ शहर में अभी भी अनेक जगहों खाली प्लाटों, सड़क किनारे जलभराव है। ऐसे में रविवार को हुई बारिश के बाद अब और जलभराव होने से मच्छर पनपेंगे।
सड़क पर भरे पानी से लोग परेशान
गन्नौर (निस) : गढ़ी झंझारा रोड पर पानी निकासी के समाधान को लेकर एसडीएम के मौका निरीक्षण कर अधिकारियों को आदेश के बावजूद गंदे पानी की निकासी नहीं हुई। गंदा पानी सड़क पर भरा हुआ है। गंदे पानी के जमाव के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
फसल हुई खराब, कटाई-ढुलाई भी मुश्किल व महंगी
सफीदों (निस) : लंबे समय से रह-रह कर हो रही बारिश के बाद रविवार की सायं हवाओं के साथ तेज बारिश के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ है। धान की पकी फसलें गिर गई हैं खराब मौसम के कारण खराब होने की आशंका है। कुछ तो इस सीजन में प्रवासी मजदूरों की भारी कमी के कारण धान की कटाई मुश्किल हो रही है, अब बारिश के पानी भरी जमीनों से धान की कटाई कम्बाइन हारवेस्टर से करनी मुश्किल हो गई है। दूसरे, कटाई के दाम बढ़ने से किसान की चिंता बढा दी है।