नारनौंद , 15 नवंबर (निस)
रविवार की देर शाम को क्षेत्र में भारी बारिश और तूफान के साथ ओलावृष्टि हुई, जिससे किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है।
नारनौंद क्षेत्र में शाम को गांव ढाणी ब्राह्मण, माजरा, माडा, नारनौंद, लोहारी राघो, राजथल, भैनी अमीरपुर, राखी, खेड़ी चौपटा इत्यादि दर्जनों गांवों में भारी बारिश व तूफान के साथ ओलावृष्टि हुई। जिसके कारण किसानों की खेत में पड़ी धान की फसल खराब होने के कगार पर पहुंच गई। वहीं, सरसों की फसल भी ओलावृष्टि के कारण बर्बाद हो गई। किसानों ने बताया कि इस बारिश में किसानों की पकी-पकाई फसल में काफी नुकसान हुआ है। धान की फसल अनाज मंडी में भी पड़ी हुई है जोकि बारिश आने के कारण भीग गयी, अब उसे कम भाव में खरीदा जाएगा। किसानों की मांग की है कि सरकार गिरदावरी करवाकर किसानों को उचित मुआवजा दे ताकि किसान कर्ज के बोझ तले दबने से बच सकें।
बारिश से राहत, प्रदूषण भी हुआ कम
नूंह/मेवात (निस) : जिला में रविवार को सर्द मौसम की पहली बारिश ने जहां ठंड बढ़ा दी है तो वहीं किसानों की चिंता कम कर दी है। लोगों की माने तो अभी तक लोगों के पंखें बंद नहीं हुए हैं लेकिन पहली बारिश से ठंड ने दस्तक दी है। वहीं, सिंचाई की समस्या से जूझ रहे किसानों को इससे राहत मिली है। उधर, अनाज मंडियों में बिकवाली के लिए लाई खरीफ फसल की ढेरियां भीग गयी हैं। बारिश के बाद फैले प्रदूषण को बारिश की बूंदों ने धो डाला।
गेहूं की फसल को भारी नुकसान
सफीदों (निस) : सफीदों के कई इलाकों में रविवार की सायं बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से गेहूं की फसलों में काफी नुकसान हो गया। ओलावृष्टि से नव अंकुरित गेहूं की फसल कई गावों के खेतों में नष्ट हो जाने की खबरें हैं जबकि जिन खेतों में अभी तक बिजाई नहीं की जा सकी है, उनमे गेहूं की बिजाई का काम लटक गया है।
भारी बारिश के बाद गलियों में भरा पानी
जींद (हप्र) : रविवार सायं होते होते जिलाभर में मौसम बिगड़ गया और अचानक बादलों की गर्जना के साथ बारिश शुरू हो गई। बारिश के बीच ही जिले में कई अन्य स्थानों पर ओलावृष्टि हुई है। मौसम बिगड़ने के कारण शाम करीब पांच बजे ही अंधेरा छा गया, जिसके कारण लोगों को दिन में अपने घरों के बल्ब, ट्यूब आदि जलाने पड़े। मौसम में आई इस तबदीली से जहां ठंड बढ़ेगी वहीं बारिश पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में भी सहायक सिद्ध होगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि
चरखी दादरी (निस) : रविवार शाम को अचानक मौसम बदला और बारिश के साथ ग्रामीण इलाकों में ओलावृष्टि भी हुई। बारिश के कारण जहां सरसों की फसल को फायदा पहुंचने की उम्मीद है, वहीं ओलावृष्टि से नुकसान की भी संभावना है। रविवार शाम को तेज हवाओं के साथ मौसम ने करवट बदली और बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। ग्रामीण क्षेत्र पातुवास, महराणा, ढाणी फौगाट व टिकान इत्यादि क्षेत्रों में शाम को बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई।
ओलावृष्टि से बढ़ी किसानों की चिंता
गन्नौर (निस) : गेहूं बिजाई के समय रविवार को गन्नौर के ग्रामीण क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ बरसात व ओलावृष्टि के कारण किसानों की चिंता बढ़ गई। रविवार को दोपहर बाद आसमान में अचानक काले बादल छा गये और बरसात की शुरूआत हो गई। शुरूआत में ही ओलावृष्टि शुरू हो गई और करीब दस मिनट तक होती रही। कृषि विशेषज्ञ डाॅ. रणबीर मोर ने बताया कि ओलावृष्टि के कारण सब्जी की फसल को नुकसान की संभावना है। इस समय जिन किसानों ने गेहूं की फसल की रोपाई की है, उसे भी नुकसान हो सकता है।