कुमार मुकेश/हप्र
हिसार, 2 फरवरी
हांसी के ऐतिहासिक मेम का बाग, इसके कब्रिस्तान व ढाई एकड़ सरकारी जमीन पर अवैध कॉलोनी काटने के आरोप में पुलिस ने सवा सात माह बाद हांसी से भाजपा विधायक विनोद भ्याणा के भाई, बीते विस चुनाव में हांसी से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ चुके ओमप्रकाश पंघाल सहित 5 के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है।
मामला दर्ज न होने पर भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य एवं हांसी के भाजपा नेता राजेश ठकराल ने यह मामला मीडिया के समक्ष उठाया था, जिसे दैनिक ट्रिब्यून ने 18 जुलाई, 2020 के अंक में प्रमुखता से उठाया था। हांसी पुलिस ने बताया कि इस बारे में शहर हांसी थाना पुलिस ने हिसार के जिला नगर योजनाकार के 22 जून, 2020 के एक पत्र के आधार पर दी हिसार इंडियन को-ऑपरेटिव हाउस बिल्डिंग सोसायटी के हांसी की रूप नगर कॉलोनी निवासी नरेंद्र भ्याणा (विधायक विनोद भ्याणा के भाई), हिसार के सेक्टर 13 निवासी ओमप्रकाश पंघाल, भिवानी जिले के जीता खेड़ी गांव निवासी हरि सिंह, हांसी निवासी रमन भ्याणा, हिसार निवासी बिजेंद्र के खिलाफ तहत मामला दर्ज किया है। हांसी से भाजपा विधायक विनोद भ्याणा जब हुड्डा सरकार के दूसरे कार्यकाल में हजकां को छोड़कर मुख्य संसदीय सचिव बने थे, तो उनका नाम सीएलयू कांड में भी आया था। इसके 14 दिसंबर, 2018 को वे भाजपा में शामिल हो गए थे। बीता विधानसभा चुनाव उन्होंने हांसी से भाजपा की टिकट पर लड़ा और जीते थे।
ऐसे दर्ज हुआ मामला : जब डीटीपी के पत्र पर हांसी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो भाजपा नेता राजेश ठकराल ने अगस्त, 2020 में गृह मंत्री अनिल विज से मुलाकात कर इसकी शिकायत की। इस शिकायत पर गृह मंत्री ने हांसी पुलिस को कार्रवाई करने को कहा था।
डीटीपी ने 22 जून, 2020 को पुलिस को पत्र लिखा था। इसके बाद 2 जुलाई को डीटीपी ने हांसी एसपी को फिर पत्र लिखा और एफआईआर में विधायक की पत्नी सुनीता देवी, सुनीता देवी की भाभी स्नेहलता, गुरुग्राम के सेक्टर 14 निवासी दीपक जिंदल के अलावा अश्विन नामक व्यक्ति के दो पुत्रों कपिल, संदीप के नाम भी जोड़ने के लिए कहा था। हांसी की एसपी नीतिका गहलोत से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में एफआईआर तो दर्ज की गई है, लेकिन इसमें कौन-कौन आरोपी हैं, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। वहीं डीटीपी जीपी खास ने कहा कि मामले में हांसी विधायक के भाई व पत्नी के अलावा ओमप्रकाश पंघाल भी शामिल हैं। हांसी के विधायक की पत्नी के नाम जो जमीन है, उस जमीन पर यह कॉलोनी नहीं है, इसलिए शायद पुलिस की जांच में उनको बाहर कर दिया गया हो।